महिलाओं में बवासीर की समस्या आम है, जिसमें मलाशय और गुदा में सूजन हो जाती है। इसकी वजह से मल त्यागने में दर्द, जलन और खुजली होती है।
खराब खानपान
गलत खानपान, खराब लाइफस्टाइल और फाइबर की कमी महिलाओं में बवासीर के मुख्य कारणों में से एक हैं। इसके लक्षणों को समय रहते पहचानना बेहद जरूरी है।
प्रेगनेंसी
प्रेगनेंसी के दौरान हार्मोनल बदलाव और बढ़ते गर्भाशय का दबाव गुदा के आसपास सूजन पैदा करता है, जिससे महिलाओं को बवासीर हो सकता है।
पानी की कमी
कम पानी पीने से मल कठोर हो जाता है, जिससे कब्ज और बवासीर की समस्या हो सकती है। ऐसे में सभी को पर्याप्त पानी पीना चाहिए।
मसालेदार चीजें
फाइबर की कमी वाली चीजें और ज्यादा मसालेदार या तली हुई चीजें खाने से पाचन खराब होता है, जिससे बवासीर की संभावना बढ़ जाती है।
कब्ज
कब्ज के कारण मल त्यागने में जोर लगाने से गुदा की नसों पर दबाव बढ़ता है, जिससे महिलाओं में बवासीर हो सकता है। ऐसे में, हेल्दी चीजों का सेवन जरूरी है।
वजन उठाना
भारी वजन उठाने से पेल्विक और ब्लैडर पर दबाव पड़ता है, जो गुदा के आसपास सूजन और बवासीर का कारण बनता है। ऐसे में, वजन उठने से बचना चाहिए।
हेल्दी डाइट
बवासीर से बचने के लिए हेल्दी चीजों का सेवन करना बेहद जरूरी है। इसके अलावा, पर्याप्त पानी पीना चाहिए। साथ ही, सिगरेट, शराब और धूम्रपान से परहेज करें।
एक्सरसाइज करना
रोजाना एक्सरसाइज करने से शरीर को कई बीमारियों से बचाया जा सकता है। इसके लिए सुबह योग, ध्यान और फिजिकल एक्टिविटी की जा सकती है।
महिलाओं को मल त्यागने में जोर नहीं लगाना चाहिए। प्रेगनेंसी में बवासीर के लक्षण दिखने पर डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना जरूरी है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com