बच्चेदानी में दर्द क्यों होता है? जानें 5 मुख्य कारण

By Aditya Bharat
14 May 2025, 06:00 IST

गर्भाशय महिलाओं के प्रजनन तंत्र का अहम हिस्सा है। इसकी अनदेखी कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है। दर्द को नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है। आइए प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर राखी से जानते हैं बच्चेदानी में दर्द क्यों होता है?

पीरियड्स के दौरान दर्द

हर महिला को पीरियड्स में दर्द होता है, लेकिन अगर दर्द असहनीय हो या लंबे समय तक रहे, तो यह किसी बड़ी समस्या का संकेत हो सकता है।

यूटरस में सूजन

सूजन के कारण हो सकता है इंफेक्शन, फाइब्रॉइड्स, पीसीओएस या हार्मोनल असंतुलन। ये समस्याएं दर्द के साथ-साथ गर्भधारण में भी दिक्कत पैदा कर सकती हैं।

फाइब्रॉइड्स

फाइब्रॉइड्स गर्भाशय की दीवार पर बनने वाली गैर-कैंसरकारी गांठें होती हैं। ये अक्सर भारी ब्लीडिंग और तेज दर्द का कारण बनती हैं।

पीसीओएस और पीसीओडी

पीसीओएस के कारण अंडाशय में सिस्ट बन जाते हैं, जिससे हार्मोन असंतुलित होते हैं। यह यूटरस में दर्द, अनियमित पीरियड्स और बांझपन का कारण बन सकता है।

एंडोमेट्रियोसिस

इसमें गर्भाशय की अंदरूनी लाइनिंग बाहर के अंगों तक पहुंचती है। इससे चॉकलेट सिस्ट बनते हैं, जो तेज दर्द और इनफर्टिलिटी का कारण बनते हैं।

जीवनशैली में बदलाव की जरूरत

खराब डाइट, तनाव, और बैठा हुआ जीवन एंडोमेट्रियोसिस जैसी समस्याएं बढ़ा सकता है। नियमित योग, व्यायाम और संतुलित आहार से बचाव संभव है।

कब जाएं डॉक्टर के पास?

अगर दर्द लगातार बना रहे, सामान्य दवाओं से राहत न मिले, या पीरियड्स असामान्य हों, तो तुरंत स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें।

गर्भाशय का दर्द सिर्फ पीरियड्स नहीं, कोई गंभीर संकेत भी हो सकता है। समय पर जांच और सही इलाज से आप इनफर्टिलिटी से बच सकती हैं। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com