प्रेग्नेंसी में गर्भस्थ शिशु का वजन उसकी सेहत और विकास का महत्वपूर्ण संकेतक होता है। प्रेग्नेंसी के दौरान अगर शिशु का वजन कम हो, तो यह संकेत हो सकता है कि उसे मां के शरीर से पर्याप्त पोषण नहीं मिल रहा है।
एक्सपर्ट की राय
इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के झलकारीबाई हॉस्पिटल की गाइनोकॉलोजिस्ट डॉ दीपा शर्मा से बात की।
पोषण न मिलना
कभी-कभी मां तो हेल्दी होती हैं। लेकिन, शिशु का वजन सामान्य से कम होता है, जो यह दर्शाता है कि शिशु को मां के शरीर से पर्याप्त पोषण नहीं मिल रहा है या कोई अन्य समस्या हो सकती है।
वजन चेक करना
डॉक्टर्स इस स्थिति से बचने के लिए प्रेग्नेंसी के दौरान नियमित रूप से शिशु का वजन चेक करते हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि शिशु स्वस्थ है या नहीं।
नट्स और सीड्स
शिशु का वजन बढ़ाने के लिए नट्स और सीड्स का सेवन करें। इसके लिए बादाम, अखरोट, तरबूज के बीज और फ्लैक्स सीड्स खाना फायदेमंद होता है। ये पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं।
कैल्शियम रिच फूड
गर्भवती महिला को कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा मिलनी चाहिए। इसके लिए डेयरी प्रोडक्ट्स, हरी पत्तेदार सब्जियां और टोफू का सेवन करें। कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाता है।
प्रोटीन रिच फूड
प्रोटीन की कमी को दूर करने के लिए प्रोटीन रिच फूड्स जैसे- अंडे, मछली, बीन, टोफू और डेयरी प्रोडक्ट्स शामिल करें। ये शिशु के विकास के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।
आयरन रिच फूड
आयरन की कमी से बचने के लिए आयरन रिच फूड्स जैसे- पालक, फोर्टिफाइड दालें और बीन्स का सेवन करें। आयरन ब्लड वॉल्यूम बढ़ाता है और एनीमिया से बचाता है।
प्रोसेस्ड फूड से बचें
ज्यादा कैलोरी खाने के बजाय, अपनी डाइट में हेल्दी और संतुलित आहार लें। प्रोसेस्ड और मीठे खाद्य पदार्थों से बचें। ये शिशु के विकास में रुकावट पैदा कर सकते हैं।
अगर आपको शिशु का वजन कम होने की चिंता है, तो डॉक्टर से सलाह लें। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com