पीरियड्स के दौरान बच्चेदानी में दर्द सामान्य हो सकता है। लेकिन, बार-बार होने वाले दर्द के पीछे गंभीर कारण छिपे हो सकते हैं।
एक्सपर्ट की राय
इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने नोएडा की प्रमुख वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर उमा मिश्रा से बात की।
पीरियड्स के दौरान दर्द
पीरियड्स में गर्भाशय सिकुड़ता है ताकि मासिक धर्म की परत बाहर निकल सके। इस प्रक्रिया में कॉन्ट्रैक्शन होता है, जिससे दर्द और ऐंठन महसूस होती है। यह प्रोस्टाग्लैंडिंस हार्मोन के कारण गंभीर हो सकता है।
बच्चेदानी में दर्द होना
महिलाओं को अक्सर पीरियड्स के दौरान पेट, कमर और बच्चेदानी में दर्द के साथ मूड स्विंग, चिड़चिड़ापन और वॉटर रिटेंशन की समस्या का भी सामना करना पड़ता है।
गंभीर समस्या
अगर बच्चेदानी में दर्द असहनीय हो और बार-बार हो, तो यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है, इसलिए डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
फंगल इन्फेक्शन
गर्भाशय की दीवारों में बैक्टीरियल या फंगल इन्फेक्शन भी बच्चेदानी के दर्द का कारण बन सकता है, जिसे सही समय पर इलाज की जरूरत होती है।
नियमित चेकअप कराएं
गंभीर दर्द से बचने के लिए महिलाओं को अपने पीरियड्स के लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और नियमित चेकअप कराना चाहिए।
बच्चेदानी में दर्द का कारण
एंडोमेट्रियोसिस या एडिनोमायोसिस जैसी स्थितियां पीरियड्स के दौरान बच्चेदानी में दर्द बढ़ाने वाले मुख्य कारकों में से हैं।
दर्द को नजरअंदाज न करें
दर्द को नजरअंदाज करने के बजाय महिलाओं को यह समझने की कोशिश करनी चाहिए कि उनकी बच्चेदानी में दर्द का कारण क्या हो सकता है।
अगर बच्चेदानी में दर्द ज्यादा हो और लंबे समय तक बना रहे, तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com