वजाइना में खुजली होने पर क्या करें?

By Himadri Singh Hada
21 Feb 2025, 19:00 IST

वजाइना में खुजली और जलन से राहत पाने के लिए सेब का सिरका नहाने के पानी में मिलाकर नहाएं, यह ईस्ट इंफेक्शन को कम कर सकता है और खुजली से जल्द आराम दिलाने में मददगार साबित हो सकता है।

एक्सपर्ट की राय

इस विषय पर नई दिल्ली के मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर से डॉ. शोभा गुप्ता, चिकित्सा निदेशक स्त्री रोग विशेषज्ञ और आईवीएफ विशेषज्ञ द्वारा वजाइना इचिंग और जलन से छुटकारा पाने उपायों के बारे में बात की है।

बेकिंग सोडा

बेकिंग सोडा से गुप्तांग को धोने से फंगल इंफेक्शन कम हो सकता है और खुजली में राहत मिलती है। इसे नहाने के पानी में मिलाकर स्नान करने से भी योनि संक्रमण और जलन से आराम मिल सकता है।

सूती कपड़े पहनें

हमेशा सूती कपड़े पहनें। सिंथेटिक कपड़ों से पसीना नहीं सूखता, जिससे खुजली और जलन बढ़ सकती है। कॉटन अंडरवियर पहनने से त्वचा को सांस लेने का मौका मिलता है और संक्रमण का खतरा कम होता है।

नारियल तेल

नारियल तेल में एंटीफंगल गुण होते हैं, जो योनि की खुजली और जलन को कम कर सकते हैं। इसे हल्के हाथों से प्रभावित क्षेत्र पर लगाने से तुरंत ठंडक मिलती है और इंफेक्शन दूर होने में मदद मिलती है।

साबुन या क्लींजर से बचें

वजाइना की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। हल्के गुनगुने पानी से धोएं और किसी भी सेंटेड साबुन या क्लींजर का उपयोग न करें। ये नेचुरल बैक्टीरिया बैलेंस को बिगाड़ सकते हैं।

सैनिटरी पैड का इस्तेमाल

सैनिटरी पैड को हर 4-6 घंटे में बदलना जरूरी है, ताकि संक्रमण और खुजली से बचा जा सके। ज्यादा देर तक एक ही पैड का उपयोग करने से रैशेज, जलन और बदबू की समस्या हो सकती है।

सफाई का ध्यान रखें

सेक्स के बाद वजाइना की सफाई बहुत जरूरी होती है, ताकि बैक्टीरिया और संक्रमण से बचाव हो सके। इसके अलावा, पार्टनर को भी साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिए, ताकि यौन संचारित संक्रमण (STI) का खतरा कम हो।

नेचुरल चीजों का इस्तेमाल करें

खराब हाईजीन और गलत प्रोडक्ट इस्तेमाल करने से वजाइना में जलन और खुजली बढ़ सकती है। इसलिए, खुशबूदार साबुन, टाइट कपड़े और हार्श केमिकल युक्त प्रोडक्ट्स से बचें और केवल नेचुरल चीजों का उपयोग करें।

गर्मियों में वजाइनल इंफेक्शन से बचने के लिए ज्यादा देर तक गीले कपड़े न पहनें और शरीर को सूखा रखें। पसीने और नमी की वजह से बैक्टीरिया पनप सकते हैं। इसके अलावा, दही, लहसुन और फाइबर युक्त आहार खाने से बैक्टीरिया बैलेंस बना रहता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com