मेंस्ट्रुअल कप के 5 नुकसान, जिन्हें नजरअंदाज करना पड़ेगा भारी

By Aditya Bharat
08 Jan 2025, 15:30 IST

मेंस्‍ट्रुअल कप पीरियड्स के दौरान ब्लड कलेक्ट करने के लिए एक प्रचलित तरीका है। यह कप वजाइना में इंसर्ट कर के ब्लड जमा करता है। कई महिलाएं इसे पैड की बजाय पसंद करती हैं, लेकिन क्या यह सच में सुरक्षित और फायदेमंद है? आइए गायनाकोलॉजिस्ट डॉ. तान्या गुप्ता से जानते हैं इसका जवाब।

मेंस्‍ट्रुअल कप का इस्तेमाल क्यों करते हैं?

मेंस्‍ट्रुअल कप को वजाइना में डालकर ब्लड कलेक्ट किया जाता है। इसे 10-12 घंटे तक रखा जा सकता है, जबकि पैड को बार-बार बदलना पड़ता है।

कप के साथ हो सकता है दर्द

कई महिलाएं मेंस्‍ट्रुअल कप का उपयोग करते समय दर्द महसूस करती हैं। कप का आकार वजाइना में फिक्स हो जाता है, लेकिन कुछ महिलाओं को इसमें discomfort होता है, जो पैड की तुलना में ज्यादा महसूस हो सकता है।

साइज का ध्यान रखना जरूरी

अगर कप का साइज सही नहीं है, तो यह समस्या पैदा कर सकता है। कप का आकार ठीक से फिट होना चाहिए, नहीं तो ब्लड का फैलने का खतरा हो सकता है। अगर आप सही साइज का कप चुनते हैं तो यह समस्या कम हो सकती है।

लगाने और निकालने में मुश्किल

मेंस्‍ट्रुअल कप को सही से लगाना और निकालना कभी-कभी मुश्किल हो सकता है। इससे शरीर में इरिटेशन या इंफेक्शन हो सकती है। कप का सही तरीके से उपयोग करना और साफ रखना बेहद जरूरी है।

सिलीकोन और रबर कप से एलर्जी

कुछ कप सिलीकोन या रबर से बने होते हैं, जिनसे एलर्जी हो सकती है। इस वजह से त्वचा पर रैशेज या खुजली जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इन कपों का सही से चुनाव और देखभाल बेहद जरूरी है।

IUD

अगर आपने गर्भनिरोधक उपाय के तौर पर IUD (Intrauterine Device) लगवाया है, तो मेंस्‍ट्रुअल कप का उपयोग न करें। कुछ कंपनियां सलाह देती हैं कि IUD और कप एक साथ इस्तेमाल न किए जाएं।

साफ-सफाई का ध्यान रखें

मेंस्‍ट्रुअल कप को इस्तेमाल से पहले और बाद में अच्छे से धोना चाहिए। इसे उबालकर स्टेरलाइज भी करें। हर बार इस्तेमाल से पहले और बाद में इसकी सफाई जरूरी है, ताकि इंफेक्शन से बचा जा सके।

मेंस्‍ट्रुअल कप का उपयोग अगर सही तरीके से किया जाए, तो यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है। इसका इस्तेमाल सोच-समझ कर करें और खुद की सेहत का ख्याल रखें। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com