खिचड़ी हेल्दी और लाइट खाना माना जाता है, इसे पचाना आसान होता है। लेकिन अगर वेट लॉस की बात आए, तो सवाल यह है कि कौन सी खिचड़ी ज्यादा असरदार है, साबूदाना या दाल? दोनों खिचड़ी के अपने फायदे हैं, लेकिन वेट लॉस के लिए इन दोनों में से क्या ज्यादा फायदेमंद है आइए इसके बारे में जानें।
साबूदाना खिचड़ी
साबूदाना में ज्यादातर कार्ब्स होते है। इसे खाने से शरीर को इंस्टेंट एनर्जी मिलती है। इसमें फाइबर की मात्रा कम होने से भूख जल्दी लग सकती है।
दाल खिचड़ी
दाल की खिचड़ी में दाल और चावल होते हैं, जिससे यह प्रोटीन और फाइबर से भरपूर बनती है। इसे खाने से पेट लंबे टाइम तक भरा रहता है और फैट कम करने में मदद मिलती है।
दाल और साबूदाना खिचड़ी में कैलोरी
साबूदाना खिचड़ी में कैलोरी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, क्योंकि इसे बनाने के लिए तेल, मूंगफली और आलू का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं, दाल की खिचड़ी लाइट होती है और कम तेल में बनाई जाती है।
मेटाबॉलिज्म के लिए खिचड़ी
दाल की खिचड़ी में प्रोटीन और फाइबर भरपूर मात्रा में मौजूद होता है। इसे खाने से डाइजेशन तेज होता है और मेटाबॉलिज्म अच्छा होता है, जिससे शरीर की एक्स्ट्रा कैलोरी बर्न होती है।
गट हेल्थ के लिए कौन बेहतर?
दाल की खिचड़ी डाइजेशन के लिए फायदेमंद होती है क्योंकि इसमें फाइबर भरपूर होता है, जो कब्ज और अपच की दिक्कत को दूर करता है। साबूदाना खिचड़ी में फाइबर कम होता है और भूख जल्दी लगती है।
लंबे टाइम तक भूख कंट्रोल
दाल खिचड़ी धीरे-धीरे पचती है और लंबे टाइम तक पेट भरा रहता है, जिससे बार-बार खाने की इच्छा कम होती है। वहीं, साबूदाना की खिचड़ी जल्दी डाइजेस्ट होती है और जल्दी भूख लग सकती है।
वेट लॉस के लिए कौन सी खिचड़ी?
अगर आपका गोल वेट लॉस करना है, तो दाल की खिचड़ी एक अच्छा ऑप्शन है। इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन और फाइबर होता है और कम कैलोरी में ज्यादा न्यूट्रिशन मिलता है।
साबूदाना और दाल दोनों की खिचड़ी आपके हेल्थ के लिए फायदेमंद है, इसे जरूरत अनुसार खाएं। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com