वेट लॉस करने के लिए लोग कई तरह की डाइट ट्रेंड्स का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन गोलो डाइट खासतौर से इंसुलिन लेवल को बैलेंस करके वेट कम करने पर फोकस करती है। इस डाइट का मकसद सिर्फ वेट कम करना नहीं, बल्कि शरीर को हेल्दी बनाना भी होता है। आइए इसके बारे में जानें।
इंसुलिन बैलेंस करने में मददगार
गोलो डाइट से शरीर का इंसुलिन लेवल को कंट्रोल करने में मदद होती है, जिससे फैट स्टोरेज कम होता है और वेट तेजी से कम होता है।
नेचुरल और हेल्दी फूड पर फोकस
GOLO DIET में फ्रेश फ्रूट्स, सब्जियां, नट्स, ड्राई फ्रूट्स, हेल्दी फैट और प्रोटीन से भरपूर चीजों को शामिल किया जाता है। इससे पूरी बॉडी को न्यूट्रिएंट्स मिलते हैं।
प्रोसेस्ड फूड से दूरी
गोलो डाइट में शुगर, जंक फूड और प्रोसेस्ड फूड्स से बचने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इन चीजों को खाने से वेट गेन होने के साथ इंसुलिन भी बढ़ सकता है।
मेटाबॉलिज्म बूस्ट करने के लिए
गोलो डाइट को फॉलो करने से शरीर की फैट बर्निंग प्रोसेस तेज होती है। जिससे वेट तेजी से कम होता है। क्योंकि यह शरीर के मेटाबॉलिज्म को तेज करने में मदद करती है।
भूख कंट्रोल करने में मददगार
गोलो डाइट शरीर के लिए सही न्यूट्रिएंट्स पर ध्यान देती है, जिससे अनहेल्दी क्रेविंग्स कम होती हैं और ओवरईटिंग से बचाव होता है।
हल्की एक्सरसाइज के साथ डाइट
गोलो डाइट के साथ रोजाना हल्की एक्सरसाइज करने से या वॉक करने से फैट जल्दी बर्न होता है और स्पीड से वेट कम होता है साथ ही यह बॉडी को भी टोन करता है।
गोलो डाइट किनके लिए फायदेमंद?
गोलो डाइट वैसे तो हर किसी के लिए फायदेमंद वेट लॉस डाइट है, लेकिन जिन्हें इंसुलिन रेजिस्टेंस या डायबिटीज की दिक्कत है उनके लिए यह डाइट ज्यादा फायदेमंद होती है।
गोलो डाइट से न सिर्फ वेट कम होगा, बल्कि आपकी बॉडी हेल्दी और एनर्जेटिक बनी रहेगी। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com