चेहरे पर ब्लेमिशेज (दाग-धब्बे) होने का मुख्य कारण सूर्य की हानिकारक यूवी किरणें हैं, जो मेलेनिन के स्तर में बदलाव कर दाग-धब्बे उत्पन्न करती हैं। तेज धूप में निकलने से यह समस्या और ज्यादा बढ़ सकती है।
एक्सपर्ट की राय
इस लेख में डॉ विजय सिंघल, सीनियर कंसल्टेंट डर्मेटोलॉजी, श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट से जानते हैं कि ब्लेमिशेज के क्या कारण होते हैं?
स्किन इंफेक्शन
स्किन इंफेक्शन, खासतौर से फंगल इंफेक्शन चेहरे पर ब्लेमिशेज का कारण बन सकता है। इससे बालों के रोम संक्रमित होकर दाने और फुंसियां पैदा करते हैं, जिससे त्वचा पर निशान बन जाते हैं।
स्किन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल
केमिकल युक्त स्किन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल कुछ लोगों की त्वचा में रिएक्शन पैदा कर सकता है। इससे त्वचा की ऊपरी परत का रंग बदलने लगता है और ब्लेमिशेज पैदा हो जाते हैं।
स्किन पोर्स का बंद होना
स्किन पोर्स के बंद होने के कारण भी ब्लेमिशेज हो सकते हैं। यह समस्या हार्मोनल बदलाव के कारण नेचुरल ऑयल के ज्यादा बनने से पैदा होती है, जिससे डेड स्किन और गंदगी जमा हो जाती है।
पोषक तत्वों की कमी
असंतुलित डाइट और पोषक तत्वों की कमी से स्किन से जुड़ी समस्याएं होती हैं। तैलीय भोजन और जंक फूड के कारण चेहरे पर मुंहासे और दाग-धब्बे बनने की संभावना बढ़ जाती है।
सनस्क्रीन का इस्तेमाल
सूर्य की हानिकारक किरणों से बचने के लिए सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें। साथ ही, तेज धूप में निकलने से बचें और अपनी त्वचा को ढककर रखें।
बचाव के उपाय
फंगल इंफेक्शन से बचाव के लिए स्वच्छता का ध्यान रखें। अगर दाने या फुंसियां बढ़ें, तो स्किन एक्सपर्ट से संपर्क करें।
नेचुरल प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल
स्किन केयर प्रोडक्ट खरीदते समय केमिकल युक्त चीजों से बचें और हमेशा पैच टेस्ट करें। संवेदनशील त्वचा पर नेचुरल प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल बेहतर हो सकता है।
ब्लेमिशेज से बचने के लिए हेल्दी डाइट लें, जिसमें हरी सब्जियां, ताजे फल और पर्याप्त मात्रा में पानी शामिल हो। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com