आजकल लोग सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स से प्रेरित होकर घरेलू नुस्खे अपनाते हैं, लेकिन स्किन टाइप को समझे बिना किया गया प्रयोग नुकसानदायक हो सकता है। आइए आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा से जानते हैं किन लोगों को मुल्तानी मिट्टी नहीं लगानी चाहिए?
हर स्किन टाइप की अलग जरूरत
ड्राई, ऑयली और सेंसिटिव स्किन की देखभाल अलग होती है। एक ही नुस्खा हर किसी की स्किन पर एक जैसा असर नहीं करता।
मुल्तानी मिट्टी फेस पैक
मुल्तानी मिट्टी स्किन की सफाई, मुंहासों को कम करने और ठंडक देने में मददगार होती है। यह खासतौर पर ऑयली स्किन के लिए उपयोगी है।
हर किसी के लिए नहीं है फायदेमंद
ड्राई और सेंसिटिव स्किन वालों को मुल्तानी मिट्टी से बचना चाहिए, क्योंकि यह स्किन की नमी सोख लेती है और जलन या रैश का कारण बन सकती है।
स्किन की नमी होती है कम
ड्राई स्किन पर मुल्तानी मिट्टी लगाने से त्वचा और रूखी हो सकती है। इससे स्किन खिंची-खिंची लगती है और लचीलापन कम हो जाता है।
समय से पहले झुर्रियों की आशंका
लगातार प्रयोग से स्किन ड्राय होकर जल्दी झुर्रियां दिखा सकती है। इसलिए स्किन टाइप के अनुसार ही फेस पैक चुनना चाहिए।
किन्हें होता है सबसे ज्यादा फायदा
ऑयली और एक्ने-प्रोन स्किन वालों को यह फेस पैक फायदा देता है। यह एक्स्ट्रा ऑयल हटाता है, पोर्स साफ करता है और सूजन में राहत देता है।
पैच टेस्ट है बेहद जरूरी
चेहरे पर लगाने से पहले मुल्तानी मिट्टी का पैच टेस्ट करें। हाथ या कान के पीछे लगाकर 24 घंटे तक रिएक्शन चेक करें।
मुल्तानी मिट्टी तभी लगाएं जब वह आपकी स्किन टाइप के अनुकूल हो। स्किन से जुड़ी किसी भी समस्या में विशेषज्ञ या आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह जरूर लें। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com