मानसून के मौसम में नमी, पसीना और गंदगी चेहरे पर जल्दी जम जाती है। लेकिन क्या बार-बार चेहरा धोना सही है? आइए जानते हैं।
चेहरे की स्किन बदलती है?
बारिश के मौसम में हवा में नमी ज्यादा होती है। इससे त्वचा चिपचिपी और ऑयली हो जाती है, जिससे पोर्स बंद हो सकते हैं।
बार-बार क्यों धोते हैं?
पसीना, तैलीय त्वचा और बारिश के पानी से गंदगी महसूस होती है। इसी वजह से हम दिन में कई बार चेहरा धोना चाहते हैं।
बार-बार धोने से क्या होता है?
बार-बार चेहरा धोने से त्वचा का नैचुरल ऑइल हट जाता है। इससे स्किन ड्राई, इरिटेटेड और ज्यादा ऑयली बन सकती है।
स्किन के लिए सही रूटीन क्या है?
मानसून में दिन में 2 बार चेहरा धुलना पर्याप्त है। सुबह और रात में सोने से पहले आप चापरा धुल सकते हैं।
बारिश या पसीना होने पर क्या करें?
अगर बाहर से आने पर चेहरा गंदा लगे या पसीना आ जाए, तो हल्के फेसवॉश या सिर्फ पानी से धो सकते हैं। साबुनदार प्रोडक्ट हर बार न लगाएं।
कौन-सा फेसवॉश इस्तेमाल करें?
माइल्ड, सल्फेट-फ्री और pH-बैलेंस्ड क्लेंजर का इस्तेमाल करें। स्क्रब या हार्श फेसवॉश से बचें, खासकर मानसून में।
कौन ज्यादा ध्यान दें?
जिनकी स्किन ऑयली या एक्ने-प्रोन है, उन्हें खास ध्यान रखना चाहिए। चेहरा धोते समय ज्यादा रगड़ना नहीं चाहिए।
मानसून में चेहरा धोना जरूरी है, लेकिन बार-बार नहीं। अगर मानसून में चेहरा धोने के बाद आपको किसी भी तरह की परेशानी हो तो स्किन विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com