झाइयां त्वचा पर पड़ने वाले भूरे या काले धब्बे होते हैं, जो मेलानिन की मात्रा बढ़ने से बनते हैं। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। तो आइए त्वचा विशेषज्ञ डॉक्टर रश्मि शर्मा से जानते हैं उन कारणों के बारे में, जो झाइयों की समस्या को जन्म देते हैं।
सूरज की किरणों का असर
UV किरणें त्वचा में मौजूद कोलेजन और इलास्टिन को नुकसान पहुंचाती हैं। इससे त्वचा जल्दी बूढ़ी दिखती है। साथ ही, मेलानिन असंतुलन के कारण झाइयां भी बढ़ जाती हैं। सनस्क्रीन लगाकर बाहर निकलना जरूरी है।
अनुवांशिक कारण
अगर परिवार में किसी को झाइयों की समस्या रही है, तो आपको भी इसका सामना जल्दी हो सकता है। हालांकि यह पूरी तरह रोका नहीं जा सकता, लेकिन नियमित स्किन केयर से इसे कंट्रोल किया जा सकता है।
हार्मोनल बदलाव
आपको बता दें कि प्रेग्नेंसी, थायरॉइड या बर्थ कंट्रोल पिल्स के कारण हार्मोन असंतुलन होता है, जिससे झाइयां हो सकती हैं।
अनहेल्दी लाइफस्टाइल है जिम्मेदार
धूम्रपान, तनाव, जंक फूड और नींद की कमी से त्वचा पर बुरा असर पड़ता है। तनाव से कोर्टिसोल बढ़ता है जो स्किन एजिंग का कारण बनता है। हेल्दी खानपान और दिनचर्या का पालन करना जरूरी है।
केमिकल वाले प्रोडक्ट्स
डॉक्टर रश्मि शर्मा के अनुसार, जरूरत से ज्यादा केमिकल युक्त स्किन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल त्वचा को नुकसान पहुंचाता है और झाइयों का कारण बन सकता है।
समय रहते करें बचाव
झाइयों से बचने के लिए हेल्दी डाइट, पर्याप्त पानी, अच्छी नींद और स्किन केयर जरूरी है। धूप से बचाव करें और तनाव से दूर रहें। सही जीवनशैली से आप स्किन को हेल्दी रख सकते हैं।
धूप में ब्यूटी प्रोडक्ट्स से बचें
कुछ ब्यूटी प्रोडक्ट्स सूरज की किरणों से रिएक्ट कर त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं। इससे स्किन पर झाइयां और पिग्मेंटेशन होने लगता है। बाहर निकलने से पहले सही सनस्क्रीन लगाना बेहद जरूरी है।
ऊपर बताए गए कारण झाइयों की समस्या को बढ़ा सकते हैं। इसलिए सावधानियां बरतें। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com