शरीर में Cholesterol बढ़ने से क्या होता है? डॉक्टर से समझें

By Himadri Singh Hada
27 Jan 2025, 10:30 IST

शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ना एक गंभीर समस्या है, जो हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी जानलेवा स्थितियों का कारण बन सकती है। इसे हाई कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है, जब इसका लेवल सामान्य सीमा से ऊपर चला जाता है।

कोलेस्ट्रॉल क्या है?

कोलेस्ट्रॉल असल में एक वसा जैसा पदार्थ है, जो शरीर की हर कोशिका में पाया जाता है। यह विटामिन-डी और भोजन के पाचन में मदद करता है। लेकिन, इसका बढ़ा हुआ लेवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है।

एलडीएल कोलेस्ट्रॉल

कोलेस्ट्रॉल दो प्रकार के लिपोप्रोटीन के जरिए ब्लड में जाता है। एलडीएल को खराब कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है। यह धमनियों में प्लाक बना सकता है, जिससे हृदय रोग और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।

एचडीएल कोलेस्ट्रॉल

एचडीएल को अच्छा कोलेस्ट्रॉल माना जाता है। यह एलडीएल को ब्लड से हटाने में मदद करता है। इसलिए, दोनों प्रकार के कोलेस्ट्रॉल का संतुलन बनाना बहुत जरूरी है।

हाई कोलेस्ट्रॉल

हाई कोलेस्ट्रॉल को साइलेंट किलर कहा जाता है। इसके शुरुआती लक्षण अक्सर नहीं दिखाई देते। ब्लड टेस्ट से ही इसके स्तर का पता लगाया जा सकता है। इसलिए, नियमित जांच करवाना जरूरी है।

हाई कोलेस्ट्रॉल का कारण

इसके लिए 20 साल से ऊपर के सभी व्यक्तियों को हर पांच साल में कोलेस्ट्रॉल जांच करवाने की सलाह दी जाती है। कई रिस्क फैक्टर जैसे मोटापा, धूम्रपान और डायबिटीज भी हाई कोलेस्ट्रॉल का कारण बन सकते हैं।

हार्ट अटैक और स्ट्रोक का रिस्क

उच्च कोलेस्ट्रॉल की वजह से धमनियों में प्लाक बनने लगता है, जिससे एथेरोस्क्लेरोसिस की स्थिति पैदा होती है। इससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है, जो जानलेवा हो सकता है।

हेल्दी लाइफस्टाइल

हाई कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव जरूरी हैं। नियमित एक्सरसाइज करने से एचडीएल बढ़ता है और एलडीएल कम होता है, जो आपके दिल के लिए फायदेमंद है।

हेल्दी डाइट

संतुलित आहार, जिसमें फल, सब्जियां और साबुत अनाज शामिल हैं। यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, धूम्रपान और शराब छोड़ना भी जरूरी है।

नियमित जांच से आपको अपने कोलेस्ट्रॉल लेवल का पता चलता रहेगा। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com