अक्सर गंजेपन की शुरुआत हेयरलाइन यानी माथे के बालों से होती है। पर ऐसा क्यों? क्या इसके पीछे हार्मोन जिम्मेदार हैं या जीन्स? आइए PubMed की एक रिपोर्ट से जानते हैं इस सवाल का जवाब।
DHT हार्मोन का सीधा असर
बाल झड़ने का मुख्य कारण DHT नाम का हार्मोन होता है। यह खासतौर पर हेयरलाइन के बालों की जड़ों को नुकसान पहुंचाता है।
हेयरलाइन संवेदनशील क्यों होते हैं?
माथे के पास की स्किन में DHT रिसेप्टर्स की मात्रा ज्यादा होती है, जिससे यहां के बाल सबसे पहले कमजोर होकर गिरने लगते हैं।
बालों की जड़ें सिकुड़ने लगती हैं
DHT की वजह से हेयर फॉलिकल्स सिकुड़ जाते हैं। इस वजह से बाल पतले, हल्के और कमजोर हो जाते हैं और फिर झड़ जाते हैं।
जेनेटिक कारण भी जिम्मेदार हैं
अगर परिवार में किसी को गंजेपन की समस्या रही हो, तो उनकी अगली पीढ़ी में हेयरलाइन से गंजापन शुरू होने की संभावना ज्यादा होती है।
पीछे के बाल क्यों नहीं झड़ते?
गर्दन और सिर के पिछले हिस्से में DHT रिसेप्टर्स बहुत कम होते हैं। इसलिए यहां के बाल लंबे समय तक सुरक्षित रहते हैं।
पुरुषों में ज्यादा क्यों दिखता है ये पैटर्न?
एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया नाम की स्थिति खासकर पुरुषों को प्रभावित करती है, जो DHT के प्रति ज्यादा संवेदनशील होते हैं।
समय रहते इलाज क्यों जरूरी है?
शुरुआती स्टेज में ही अगर सही इलाज लिया जाए, तो बालों को झड़ने से रोका जा सकता है और हेयरलाइन को संभाला जा सकता है।
अगर हेयर फॉलिकल पूरी तरह डैमेज नहीं हुए हों, तो मेडिकेशन, डाइट, PRP थैरेपी जैसे इलाज से बाल वापस लाए जा सकते हैं। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com