जब शरीर में यूरिक एसिड ज्यादा हो जाता है, तो ये जोड़ों और ऊतकों में जमने लगता है। इससे सूजन, दर्द और चलने-फिरने में दिक्कत जैसी परेशानियां शुरू हो जाती हैं।
एक्सपर्ट की राय
आइए, इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए चरक क्लिनिक के डॉ अरुण से जानते हैं कि शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने से क्या होता है?
यूरिक एसिड कैसे बनता है?
यूरिक एसिड असल में प्यूरीन नामक पदार्थ के पाचन से बनता है, जो मटर, मशरूम, पालक, सेम और चिकन जैसे चीजें में पाया जाता है।
प्यूरीन की मात्रा बढ़ना
जब शरीर में प्यूरीन की मात्रा ज्यादा हो जाती है तो किडनी इसे पूरी तरह फ़िल्टर नहीं कर पाती और यूरिक एसिड ब्लड में जमा होने लगता है।
यूरिक एसिड बढ़ने से क्या होता है?
यूरिक एसिड का लेवल ज्यादा होने पर जोड़ों में तेज दर्द, सूजन और उंगलियों में अकड़न महसूस होने लगती है, जो गठिया जैसी बीमारियों का कारण बन सकती है।
यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षण
यूरिक एसिड के बढ़ने से किडनी स्टोन, बार-बार पेशाब आना, पीठ दर्द और उठने-बैठने में परेशानी जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
गंभीर बीमारियां
यूरिक एसिड बढ़ने पर गठिया, किडनी में पथरी, हृदय रोग और डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
हेल्दी लाइफस्टाइल
यूरिक एसिड से बचने के लिए शरीर को हाइड्रेट रखना, हेल्दी डाइट लेना, योग और हल्का एक्सरसाइज करना और नियमित जांच करवाना जरूरी है।
प्यूरीन से भरपूर फूड्स
प्यूरीन वाले फूड्स जैसे रेड मीट, सी-फूड, बीयर, राजमा और पालक का सेवन सीमित करना यूरिक एसिड को कम करने में मदद कर सकता है।
यह समस्या आनुवांशिक कारणों, गलत खानपान, ज्यादा बियर पीने, बाहरी तला-भुना खाने और डायबिटीज के कारण भी हो सकती है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com