TB रोग की शुरुआत कैसे होती है?

By Himadri Singh Hada
24 Feb 2025, 11:00 IST

टीबी (क्षय रोग) एक संक्रामक बीमारी है, जो माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस बैक्टीरिया के संक्रमण से होती है। यह मुख्य रूप से फेफड़ों को प्रभावित करती है। लेकिन, शरीर के अन्य अंगों जैसे- आंत, दिमाग, हड्डियों और किडनी को भी डैमेज सकती है।

एक्सपर्ट की राय

बाबू ईश्वर शरण सिंह हॉस्पिटल के सीनियर डॉक्टर और यूपी टीबी कंट्रोल प्रोग्राम के सदस्य डॉ एस के सिंह ने बताया कि माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस नामक बैक्टीरिया के संक्रमण की वजह से शरीर में टीबी की बीमारी की शुरुआत होती है।

टीबी का संक्रमण

टीबी का संक्रमण खांसने, छींकने और बात करने से फैल सकता है। जब संक्रमित व्यक्ति के मुंह से निकले ड्रॉपलेट्स स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में सांस के माध्यम से प्रवेश कर जाते हैं, जिससे फेफड़ों में बैक्टीरिया एक्टिव हो सकते हैं।

रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होना

शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने पर टीबी का खतरा बढ़ जाता है। खासकर, एचआईवी-एड्स, किडनी की गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों और स्टेरॉयड दवाओं का ज्यादा सेवन करने वाले मरीजों को इसका जोखिम ज्यादा होता है।

टीबी के लक्षण

टीबी होने पर मरीज को लगातार तीन हफ्ते से ज्यादा खांसी हो सकती है, जिसके साथ बलगम और खून आ सकता है। इसके अलावा मरीज को तेज बुखार, सीने में दर्द, भूख में कमी और तेजी से वजन घटने जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।

टीबी का इलाज

टीबी का इलाज डॉक्टर की सलाह के अनुसार 6 महीने या उससे ज्यादा समय तक करना पड़ता है। इलाज में लापरवाही करने से बीमारी फिर से गंभीर रूप ले सकती है।

टीबी में ध्यान रखें

अगर टीबी का इलाज अधूरा छोड़ दिया जाए, तो यह दवा-प्रतिरोधी बन सकती है। इसे मल्टी-ड्रग रेजिस्टेंट टीबी (MDR-TB) कहा जाता है। ऐसे मामलों में ज्यादा लंबे समय तक चलने वाले इलाज की जरूरत होती है।

डब्ल्यूएचओ के अनुसान

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने 2030 तक दुनिया को टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा है। लेकिन, इसके लिए टीबी के प्रति जागरूकता बढ़ाने, शुरुआती पहचान और समय पर इलाज सुनिश्चित करने की जरूरत है।

साफ-सफाई का ध्यान रखें

टीबी से बचाव के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करना जरूरी है। इसके लिए संतुलित आहार, साफ-सफाई का ध्यान रखना, भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनना और टीबी से संक्रमित लोगों के संपर्क से बचना महत्वपूर्ण होता है।

टीबी के इलाज में डॉक्टर मरीज की जांच के बाद एंटीट्यूबरकुलर दवाएं देते हैं, जिनका सेवन कम से कम 6 महीने तक करना जरूरी है। गंभीर मामलों में एडवांस ट्रीटमेंट की जरूरत पड़ सकती है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com