सिर की नस फड़कना अक्सर थकान, तनाव या नींद की कमी का संकेत हो सकता है, जिसमें दिमाग पर दबाव बढ़ने से नसों में हलचल महसूस होती है।
सिर की नस फड़कना
जब शरीर में पानी की कमी होती है, तब नसों की गतिविधियां असामान्य हो सकती हैं और सिर की नस फड़कना डिहाइड्रेशन का भी संकेत हो सकता है।
माइग्रेन या क्लस्टर हेडेक
सिरदर्द के साथ नस फड़कना माइग्रेन या क्लस्टर हैडेक जैसी समस्याओं का संकेत हो सकता है, जिसमें दर्द के साथ आंखों या माथे के पास नसें फड़कने लगती हैं।
स्क्रीन पर समय बिताना
अगर आप लंबे समय से स्क्रीन के सामने समय बिता रहे हैं और आंखों में थकावट है, तो इसका असर सिर की नसों पर भी पड़ सकता है जिससे नस फड़कने लगती है।
मानसिक थकावट
तनाव या चिंता की स्थिति में दिमाग का सिग्नलिंग सिस्टम तेज हो जाता है। इससे सिर की नसों में असामान्य कंपन महसूस हो सकता है, जो मानसिक थकावट का संकेत भी हो सकता है।
कैफीन या एनर्जी ड्रिंक का सेवन
कैफीन या एनर्जी ड्रिंक का अत्यधिक सेवन भी नसों को उत्तेजित करता है, जिससे सिर की नसें फड़क सकती हैं। इसलिए, संतुलित मात्रा में इनका सेवन जरूरी है।
गंभीर समस्या
अगर नसों की फड़कन लगातार बनी रहती है, तो यह नर्व से संबंधित किसी गंभीर समस्या जैसे ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया या टेम्पोरल आर्टेराइटिस का भी संकेत हो सकता है।
शरीर की नसें कमजोर पड़ना
विटामिन बी12 और मैग्नीशियम की कमी से भी शरीर की नसें कमजोर पड़ती हैं। इससे सिर की नसों में हलचल महसूस हो सकती है। इसलिए, पोषण का ध्यान रखना जरूरी है।
डॉक्टर से सलाह लें
सिर की नस फड़कने को नजरअंदाज करना ठीक नहीं है। खासकर, जब यह बार-बार या लंबे समय तक होता है, तब डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी होता है।
आरामदायक नींद, संतुलित आहार, पर्याप्त पानी और योग और मेडिटेशन से इस समस्या से राहत पा सकते हैं। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com