खून का ठंडा होना दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ा सकता है। इससे नसों में खून जमने लगता है और दिल तक ब्लड फ्लो रुक सकता है।
शरीर में खून के थक्के बनना
जब खून गाढ़ा और चिपचिपा हो जाता है तो शरीर में थक्के बनने लगते हैं, जिससे हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
इम्यून सिस्टम पर प्रभाव
सर्द मौसम में थर्मल स्ट्रेस के कारण शरीर को तापमान बनाए रखने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे कई बार इम्यून सिस्टम भी प्रभावित हो सकता है।
हार्ट फेल्योर
खून के ठंडा होने से व्यक्ति को चक्कर, कमजोरी, सांस लेने में परेशानी और यहां तक कि हार्ट फेल्योर जैसी स्थिति भी हो सकती है।
कोल्ड एग्लूटीनिन डिजीज
ठंड के मौसम में कोल्ड एग्लूटीनिन डिजीज (CAD) होने का खतरा रहता है, जिसमें इम्यून सिस्टम लाल रक्त कोशिकाओं पर हमला करने लगता है।
एक्सरसाइज करें
रोजाना टहलने या हल्की एक्सरसाइज करने से शरीर सक्रिय रहता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और हार्ट अटैक का खतरा कम होता है।
शरीर में पानी की कमी
पानी पीने की आदत नहीं छोड़नी चाहिए। शरीर में पानी की कमी से ब्लड गाढ़ा हो जाता है और कई समस्याएं शुरू हो जाती हैं।
ड्राई फ्रूट्स
सर्दी खजूर, मुनक्का और अन्य ड्राई फ्रूट्स शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं। साथ ही, जरूरी पोषण देकर आपको बीमारियों से सुरक्षित रखते हैं।
कोई भी समस्या होने पर डॉक्टर से सलाह जरूर लें। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com