रात में पसीना आने का क्या मतलब होता है?

By Himadri Singh Hada
02 Apr 2025, 17:00 IST

अगर आप पसीने से तरबतर होकर उठते हैं और चादरें बदलने की स्थिति में आते हैं, तो यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है।

एक्सपर्ट की राय

जनरल फिजिशियन डॉ. विनोद कुमार से जानते हैं कि रात को सोते समय पसीना आने से आपको किन समस्याओं के होने की संभावना हो सकती है?

हाइपोग्लाइसीमिया

अगर रात में पसीना ज्यादा आता है, तो यह ब्लड में शुगर का लेवल कम होने का कारण हो सकता है, जिसे हाइपोग्लाइसीमिया कहते हैं।

एड्रेनालाइन हार्मोन रिलीज होना

हाइपोग्लाइसीमिया के दौरान शुगर कम होने पर एड्रेनालाइन हार्मोन रिलीज होता है, जिससे शरीर में पसीने के ग्रंथियां एक्टिव हो जाती हैं।

मेनोपॉज में पसीना आना

महिलाओं में, विशेषकर 45 वर्ष की आयु के बाद, हार्मोनल बदलाव के कारण मेनोपॉज के दौरान रात में पसीना आ सकता है।

शराब का सेवन

अगर आप सोने से पहले शराब का सेवन करते हैं, तो इससे शरीर में बदलाव आते हैं और रात को ज्यादा पसीना आ सकता है।

हृदय की गति बढ़ना

शराब हृदय की गति को तेज कर देती है, जिससे घबराहट और पसीना आने की समस्या पैदा हो सकती है।

मानसिक तनाव

अगर आप मानसिक तनाव में हैं, तो रात को सोते समय आपके दिमाग का सक्रिय रहना भी रात में पसीना आने का कारण बन सकता है।

दवाओं का सेवन

कुछ दवाओं के सेवन से भी रात में पसीना आ सकता है। खासकर, पेन किलर या एंटीडिप्रेसेंट्स के साइड इफेक्ट्स की वजह से।

अगर रात को पसीना आने की समस्या बढ़ जाए, तो डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com