हमारे डेली लाइफस्टाइल में पर्सनल और प्रोफेशनल जिम्मेदारियों के चलते तनाव का होना आम बात हो गई है। लगातार तनाव में रहना शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
माइग्रेन
ज्यादा तनाव और ओवरथिंकिंग से दिमाग पर प्रेशर बढ़ता है, जिससे तेज सिर दर्द होने लगता है। ऐसे में माइग्रेन की समस्या काफी हद तक बढ़ सकती है।
सर्वाइकल दर्द
लगातार तनाव लेने से रीढ़ की हड्डी और कंधों पर दबाव पड़ता है, जिससे गर्दन और कंधों में दर्द यानी सर्वाइकल की समस्या हो सकती है। ऐसे में इसके लक्षणों को समय रहते पहचानना जरूरी है।
गैस्ट्रिक समस्या
तनाव में लोग ओवरईटिंग या स्ट्रेस ईटिंग करते हैं, जिससे पाचन तंत्र प्रभावित होता है। इसके कारण गैस्ट्रिक समस्या या पेट खराब होने की शिकायत बढ़ जाती है।
हाई ब्लड प्रेशर
तनाव के कारण गुस्सा और चिड़चिड़ापन भी बढ़ सकता है। इसकी वजह से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। यह भी दिल से जुड़ी परेशानियां का कारण बन सकता है।
सीने में दर्द
ज्यादा तनाव के कारण कई लोगों को एंग्जायटी या पैनिक अटैक आने लगते हैं, जिससे सीने में दर्द या चुभन जैसा महसूस हो सकता है। इसकी वजह से मेंटल हेल्थ पर गंभीर प्रभाव पड़ता है।
नींद की कमी
तनाव से बार-बार सोचने की आदत बढ़ती है, जिससे नींद पूरी नहीं होती। इससे अनिद्रा की समस्या हो सकती है। पर्याप्त नींद न लेने से हार्ट से जुड़ी बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है।
मेंटल हेल्थ पर प्रभाव
ज्यादा तनाव लेने से दिमाग थक जाता है और ध्यान केंद्रित करने में परेशानी होती है। इससे मेमोरी पर भी नकारात्मक असर पड़ सकता है।
इम्यून सिस्टम कमजोर होना
ज्यादा तनाव के कारण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने लगती है, जिससे व्यक्ति बार-बार बीमार पड़ने लगता है। इम्यून सिस्टम के कमजोर होने के कारण कई बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं।
त्वचा पर प्रभाव
तनाव का असर त्वचा पर भी पड़ता है, जिससे एक्ने, पिग्मेंटेशन और झुर्रियां जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसकी वजह से बाल झड़ना, बालों का जल्दी सफेद होने जैसी समस्या भी हो सकती है।
इस तरह से तनाव शारीरिक रूप से नुकसान पहुंचा सकता है। अगर ये जानकारी आपको पसंद आई हो, तो इसे शेयर करना न भूलें। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com