जब भी आंख में कुछ चला जाता है, हम उसे निकालने के चक्कर में आंखों को जोर से रगड़ते हैं। लेकिन, यह तरीका हमारी आंखों को राहत देने की बजाय और ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है।
आंखों को रगड़ने के नुकसान
आंखों को रगड़ना एक आदत बन जाती है, जो धीरे-धीरे हमारी आंखों की नाजुक परत को नुकसान पहुंचाती है। इससे एलर्जी, इंफेक्शन या फिर आंखों में जलन जैसी समस्याएं हो जाती हैं।
एलर्जिक रिएक्शन का खतरा
हमारे हाथ दिन भर कई गंदी चीज़ों को छूते हैं। बिना हाथ धोए आंखें रगड़ने से कीटाणु चले जाते हैं। इससे आंखों में फंगल इंफेक्शन और एलर्जिक रिएक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
आंखों की सतह पर खरोंच आना
बार-बार आंख रगड़ने से आंखों की सतह पर खरोंचें आ जाती हैं, जिसे हम कॉर्नियल अब्रेशन कहते हैं। इससे देखने में धुंधलापन और आंखों में तेज दर्द महसूस होने लगता है।
आंख के सफेद हिस्से में खून भरना
आंखों की अंदरूनी नसें बहुत नाज़ुक होती हैं, तेज रगड़ने से ये नसें फट जाती हैं। इससे आंख के सफेद हिस्से में खून भरने लगता है और आंख डरावनी लाल दिखने लगती है।
स्किन ढीली होना
अगर आप आंखों के नीचे डार्क सर्कल से परेशान हैं और रोज़ आंखें रगड़ते हैं, तो यह परेशानी का कारण हो सकता है। इससे स्किन ढीली हो जाती है और काले घेरे बढ़ जाते हैं।
थकान या नींद की कमी
थकान या नींद की कमी में आंखों को मलने से थोड़ी राहत मिलती है। लेकिन, अगर आप ज़्यादा ज़ोर डालते हैं तो यह आंखों के लिए हानिकारक बन जाता है।
ग्लूकोमा की समस्या
ग्लूकोमा की समस्या होने पर आंखों को बिल्कुल भी रगड़ना नहीं चाहिए। यह ऑप्टिक नर्व को प्रभावित करता है, जिससे आंखों की रोशनी हमेशा के लिए जा सकती है।
आंखों को नुकसान पहुंचना
आंखें हमारे शरीर का सबसे संवेदनशील हिस्सा हैं और लगातार इनके साथ लापरवाही बरतने से हम धीरे-धीरे उन्हें स्थायी रूप से नुकसान पहुंचा सकते हैं।
अगर आंखों से जुड़ी कोई गंभीर समस्या है, तो डॉक्टर से सलाह लेना बेहद जरूरी है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com