अगर आपको बार-बार पेशाब आ रहा है, तो यह डायबिटीज का संकेत हो सकता है। हाई ब्लड शुगर के कारण किडनी को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे यूरिनेशन का प्रोसेस बढ़ जाता है।
एक्सपर्ट की राय
आइए शारदा अस्पताल के सामान्य चिकित्सा विभाग (Department of General medicine) के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. भूमेश त्यागी से जानते हैं।
पेशाब से मीठी गंध आना
अगर आपके पेशाब से मीठी-मीठी गंध आने लगे, तो यह डायबिटीज का लक्षण हो सकता है। इस दौरान, शरीर एक्स्ट्रा शुगर को यूरिन के जरिए बाहर निकालने लगता है।
पेशाब का रंग बदलना
पेशाब का रंग अगर सामान्य ट्रांसपेरेंट पीले से बदलकर धुंधला हो जाए, तो यह डायबिटीज का संकेत हो सकता है। हाई ब्लड शुगर किडनी की छानने की क्षमता को प्रभावित करता है।
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन
डायबिटीज के मरीजों को पेशाब में जलन महसूस हो सकती है। उनका इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है, जिससे वे आसानी से यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) का शिकार हो जाते हैं।
बार-बार प्यास लगना
डायबिटीज होने पर शरीर में शुगर का लेवल बढ़ जाता है, जिससे मरीज को ज्यादा प्यास लगती है। वह बार-बार पानी पीता है, लेकिन फिर भी उसकी प्यास नहीं बुझती है।
वजन घटना
अगर बिना किसी डाइटिंग या एक्सरसाइज के अचानक वजन घटने लगे, तो यह डायबिटीज का संकेत हो सकता है। शरीर एनर्जी के लिए ग्लूकोज के बजाय फैट और मांसपेशियों को तोड़ने लगता है।
आंखों की नसों पर प्रभाव
डायबिटीज के कारण आंखों की नसों पर असर पड़ सकता है, जिससे धुंधला दिखाई देने की समस्या हो सकती है और समय पर इलाज न मिलने पर यह स्थायी रूप से दृष्टि को प्रभावित कर सकता है।
थकान महसूस होना
डायबिटीज के मरीजों को सामान्य से ज्यादा थकान महसूस हो सकती है। हाई ब्लड शुगर के कारण शरीर की कोशिकाएं ठीक से एनर्जी का उपयोग नहीं कर पाती हैं।
स्किन की ड्राईनेस बढ़ना
डायबिटीज स्किन को ड्राई कर सकता है, जिससे खुजली, रैशेज़ और अन्य त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। हाई ब्लड शुगर से स्किन की नमी कम होने लगती है।
अगर छोटे-छोटे घाव या कट ठीक होने में ज्यादा समय लेते हैं, तो यह डायबिटीज का संकेत हो सकता है। हाई ब्लड शुगर ब्लड फ्लो को प्रभावित करता है और घाव भरने की प्रक्रिया धीमी कर देता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com