महिलाओं में बच्चेदानी कैंसर एक गंभीर बीमारी है, जिसकी पहचान समय रहते करना बहुत जरूरी होता है। इसके शुरुआती लक्षण अक्सर सामान्य पीरियड्स की समस्याओं जैसे लग सकते हैं।
एक्सपर्ट की राय
दिल्ली के अशोक नगर स्थित साईं पॉलिक्लीनिक की सिनियर गायनोक्लोजिस्ट विभा बंसल से जानते हैं कि बच्चेदानी में कैंसर के क्या लक्षण होते हैं। साथ ही, इसके इलाज के बारे में भी जानेंगे।
बच्चेदानी कैंसर का संकेत
अगर किसी महिला को पीरियड्स के बीच में बार-बार ब्लीडिंग हो रही है या मेनोपॉज के बाद भी खून आ रहा है, तो यह बच्चेदानी कैंसर का संकेत हो सकता है।
गर्भाशय कैंसर के लक्षण
गर्भाशय कैंसर के कारण महिलाओं को पेट के निचले हिस्से में लगातार हल्का दर्द महसूस हो सकता है, जिसे कई बार महिलाएं नजरअंदाज कर देती हैं।
दर्द या ब्लीडिंग होना
संबंध बनाते समय योनि के पास दर्द या ब्लीडिंग होना भी इस कैंसर का संकेत हो सकता है। इसलिए, ऐसे लक्षणों को कभी हल्के में नहीं लेना चाहिए।
बच्चेदानी कैंसर के प्रकार
बच्चेदानी कैंसर दो प्रकार का हो सकता है। यूटेराइन सार्कोमा और एंडोमेट्रियल कार्सिनोमा, जो मांसपेशियों या अंदरूनी परत में कैंसर सेल्स के बनने से होते हैं।
गर्भाशय में ट्यूमर बनना
कैंसर तब होता है जब कोशिकाओं के डीएनए में गड़बड़ी हो जाती है। इससे वे असामान्य तरीके से बढ़ने लगती हैं और गर्भाशय में ट्यूमर बन जाता है।
असामान्य ब्लीडिंग होना
40 की उम्र के बाद किसी भी तरह की असामान्य ब्लीडिंग को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यह गर्भाशय कैंसर का प्रमुख लक्षण हो सकता है।
जांच कराएं
बार-बार पीरियड्स आना, बहुत ज्यादा दिन तक चलना या हर बार ब्लीडिंग का अनुभव होना कैंसर के संकेत हो सकते हैं। इसलिए, समय पर जांच कराना जरूरी है।
शरीर में कोई भी बदलाव होने पर डॉक्टर की सलाह से चेकअप जरूर करवाएं। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com