आंखें हमारे शरीर का सबसे जरूरी अंग हैं। लेकिन समय के साथ, कई लोग आंखों की समस्याओं का सामना करते हैं, जिनमें से कुछ संकेत आंखों के कमजोर होने का इशारा करते हैं। यदि आप भी अपनी आंखों की सेहत को लेकर चिंतित हैं, तो यह जानना जरूरी है कि आंखों के कमजोर होने के प्रमुख लक्षण क्या हो सकते हैं।
खराब जीवनशैली
आमतौर पर आंखों की नजर कमजोर होने की समस्या 60 साल की उम्र के बाद देखी जाती थी, लेकिन आज के समय में खानपान और जीवनशैली से जुड़ी गड़बड़ी के कारण यह समस्या कम उम्र में भी आम हो गई है। तो आइये नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. धर्मेंद्र सिंह से जानते हैं आंखों के कमजोर होने के लक्षण के बारे में और इससे बचाव के टिप्स।
आंखों से लगातार पानी आना
वैसे तो आंखों से पानी आने की समस्या के कई कारण होते हैं लेकिन अगर आपको लंबे समय से इस परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, तो यह आंखों के कमजोर होने का संकेत हो सकता है। इस स्थिति में आपको बिना देर किए डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
धुंधला दिखना
अगर आपको किसी चीज पर फोकस करने में दिक्कत या दूर से धुंधला दिखने की समस्या हो रही है, तो इसे कमजोर आंखों का लक्षण समझना चाहिए। कई बार आपका पूरा विजन ब्लर हो सकता है या कुछ हिस्सा धुंधला दिखाई देता है। इस स्थिति में आपको तुरंत डॉक्टर की सलाह लेकर इलाज लेना चाहिए।
लगातार सिर में या आंखों में दर्द
अगर आपको लंबे समय से सिरदर्द हो रहा है और इसकी वजह से आंखों पर भी दबाव महसूस होता है, तो इसे नजरअंदाज करने से बचना चाहिए। साथ ही आंखों में लगातार दर्द चुभन जैसा महसूस होने पर भी इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए।
डबल विजन
आंखों के कमजोर होने पर आपको डबल विजन की समस्या भी हो सकती है। इस स्थिति में व्यक्ति को एक ही चीज दो चीज जैसी दिखाई देती है। अगर किसी ऑब्जेक्ट को देखते समय आपको ऊपर-नीचे या अगल-बगल उसके जैसी ही डबल विजन जैसी चीजें दिखती हैं, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
पढ़ने में दिक्कत
आंखों की नजर कमजोर होने पर आपको टीवी में लिखी चीजों को पढ़ने में दिक्कत आ सकती है। अगर आपको भी टीवी या फोन की स्क्रीन पर दिख रही चीजों को पढ़ते समय आंखों पर जोर देना पड़ रहा है, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
बचाव के टिप्स
डॉ. धर्मेंद्र सिंह के मुताबिक, आंखों को कमजोर होने से बचाने के लिए आपको समय-समय पर आंखों की जांच करानी चाहिए। साथ ही खाने में विटामिन और मिनरल्स से भरपूर हेल्दी फूड्स को शामिल करना चाहिए। इसके अलावा शराब का सेवन और स्मोकिंग करने से बचना चाहिए और नियमित रूप से रनिंग, एक्सरसाइज और योग करना चाहिए।
यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण महसूस हो, तो इसे नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। इससे आंखों की सेहत को बेहतर बनाए रखा जा सकता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com