कई महिलाओं को 35 की उम्र के बाद बार-बार यूटीआई यानी यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन की समस्या होने लगती है। ऐसे में आइए एक्सपर्ट से जानें इससे राहत के लिए क्या करें?
एक्सपर्ट की राय
डाइटिशियन मनप्रीत कालरा के अनुसार, 'प्री-मेनोपॉज की स्टेज के दौरान शरीर में हार्मोन्स में बदलाव आने लगता है। जिसके कारण बार-बार यूटीआई की समस्या होती है। इससे राहत और इंफेक्शन से बचाव के लिए हर्बल टी को बनाकर पिया जा सकता है।'
कैसे बनाएं यूटीआई के लिए हर्बल टी?
इसके लिए 200 मि.ली. पानी में 3-4 नीम के पत्ते, आधा छोटी चम्मच धनिया के बीज, 1 छोटी चम्मच जीरा, 1 छोटी चम्मच कच्ची हल्दी और चुटकी भर काला नमक को डालकर अच्छे से उबाल लें। अब इसे छानकर इसमें नींबू निचोड़ लें। अब इसे नियमित रूप से सुबह के समय पिएं।
यूटीआई के लिए नीम के पत्ते
नीम के पत्तों में एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-बैक्टीरियल के गुण पाए जाते हैं, जिससे बैक्टीरियल ग्रोथ को रोकने में मदद मिलती है।
यूटीआई के लिए धनिया के बीज
धनिया के बीज में एंटी-ऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं। इससे बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकने और यूटीआई के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है।
यूटीआई के लिए जीरा और काला नमक
जीरा में एंटी-बैक्टीरियल के गुण पाए जाते हैं। इसका सेवन करने से इंफेक्शन को फैलने से रोकने में मदद मिलती है। इसके अलावा, काले नमक से शरीर के टॉक्सिन्स को बाहर निकालने और इंफेक्शन के खतरे को कम करने में मदद मिलती है।
यूटीआई के लिए कच्ची हल्दी
कच्ची हल्दी में करक्यूमिन और एंटी-इंफ्लेमेटरी के गुण पाए जाते हैं। इससे यूटीआई के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है।
यूटीआई के लिए नींबू
नींबू के रस में बहुत से गुण होते हैं। इससे यूरिनरी पीएच को बैलेंस करने और बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकने में मदद मिलती है।
35 के बाद यूटीआई की समस्या से राहत के लिए लेख में बताई गई ड्रिंक का सेवन किया जा सकता है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com