ज्यादा देर तक बैठने से सांस लेने की समस्या होती है?

By Aditya Bharat
15 Jul 2025, 11:00 IST

लंबे समय तक बैठना हमारी सांस की सेहत पर असर डाल सकता है। कई बार हम ध्यान नहीं देते, लेकिन इसका असर धीरे-धीरे दिखता है। आइए NIH की स्टडी से जानते हैं ऐसा क्यों होता है?

शरीर की मुद्रा का बड़ा रोल

जब हम झुककर या आगे झुककर बैठते हैं, तो हमारे फेफड़ों को पूरी तरह फैलने की जगह नहीं मिलती। इससे सांस लेने में रुकावट आने लगती है।

फेफड़ों की क्षमता घटती है

लगातार बैठे रहने से फेफड़ों की क्षमता यानी lung capacity धीरे-धीरे कम होने लगती है। इसका मतलब है कि शरीर को कम ऑक्सीजन मिलने लगती है।

शरीर में ऑक्सीजन की कमी

कम ऑक्सीजन का असर सीधा दिमाग, दिल और मांसपेशियों पर पड़ता है। आपको थकान महसूस हो सकती है, ध्यान कम लग सकता है और चक्कर भी आ सकते हैं।

सांस उखड़ने की शुरुआत

लंबे समय तक इनएक्टिव रहने से सांस फूलना या सीढ़ियां चढ़ते समय जल्दी थक जाना जैसी समस्याएं शुरू हो सकती हैं।

गलत बैठने की आदतें और खतरा

अगर आप दिनभर कुर्सी पर बैठकर मोबाइल या कंप्यूटर चलाते हैं, तो आपकी पोस्चर यानी बैठने की मुद्रा बिगड़ती है। इससे डायाफ्राम पर दबाव पड़ता है, जो सांस को और मुश्किल बनाता है।

क्या कहती हैं रिसर्च?

शोध बताते हैं कि 1-2 घंटे लगातार बैठने से भी फेफड़ों की कार्यक्षमता में कमी आ सकती है, खासकर अगर बैठने की मुद्रा गलत हो।

समाधान क्या है?

हर 30-40 मिनट में थोड़ा चलना, खड़े होकर काम करना, गहरी सांस लेने के अभ्यास और सही मुद्रा अपनाने से इस खतरे को टाला जा सकता है।

जैसे दिल और दिमाग की सेहत जरूरी है, वैसे ही फेफड़ों की सेहत भी बहुत जरूरी है। बस थोड़ा एक्टिव रहकर और सही तरीके से बैठकर आप बड़ी समस्या से बच सकते हैं। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com