अनहेल्दी डाइट और निष्क्रिय जीवनशैली से यूरिक एसिड बढ़ता है। ये जोड़ों में दर्द, सूजन और गठिया सहित कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। ऐसे में आइए नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ एआर दत्ता से जानते हैं यूरिक एसिड बढ़ने से कौन सी बीमारियां हो सकती हैं।
यूरिक एसिड क्या है?
यह शरीर में बनने वाला एक अपशिष्ट पदार्थ है, जो प्यूरीन के टूटने से बनता है। इसे किडनी और आंतों द्वारा शरीर से बाहर निकाला जाता है।
गठिया (Gout) का खतरा
यूरिक एसिड के क्रिस्टल्स जोड़ों में जमा होकर सूजन और दर्द पैदा करते हैं। ये खासतौर पर पैर के अंगूठे, घुटनों में ज्यादा असर करते हैं।
किडनी स्टोन का कारण
यूरिक एसिड की अधिकता से यूरिन में क्रिस्टल्स बनने लगते हैं, जो किडनी स्टोन का रूप ले सकते हैं। इससे पेशाब में दर्द और रुकावट हो सकती है।
दिल की बीमारियों का खतरा
यूरिक एसिड ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित करता है, जिससे धमनियों को नुकसान पहुंच सकता है। इससे हार्ट अटैक और ब्लड प्रेशर की समस्या बढ़ सकती है।
डायबिटीज का खतरा
हाई यूरिक एसिड से इंसुलिन रेसिस्टेंस बढ़ती है। इससे शरीर में ग्लूकोज कंट्रोल मुश्किल हो जाता है और टाइप-2 डायबिटीज का खतरा बढ़ता है।
डाइट में बदलाव करें
प्रोटीनयुक्त फूड्स कम करें। विटामिन C और फाइबर युक्त फल-सब्जियां लें। अल्कोहल और स्मोकिंग से दूरी बनाएं। हेल्दी खानपान अपनाएं।
पानी और वजन पर ध्यान दें
हर दिन पर्याप्त पानी पिएं ताकि यूरिक एसिड बाहर निकल सके। मोटापा यूरिक एसिड बढ़ाता है, इसलिए वजन कंट्रोल करें और नियमित व्यायाम करें।
अगर जोड़ों में सूजन या दर्द हो, तो ब्लड व यूरिन टेस्ट करवाएं। डॉक्टर की सलाह लेकर दवा व डाइट चार्ट अपनाएं। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com