बरसात में मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियां बढ़ जाती हैं। डेंगू बुखार सबसे गंभीर हो सकता है, जो कई बार हेमरेजिक फीवर में बदल जाता है। आइए सीनियर फिजिशियन डॉ. समीर से जानें क्या है हेमजेरिक फीवर और इससे कैसे बचें?
डेंगू का कारण
डेंगू फीवर Aedes aegypti मादा मच्छर के काटने से होता है। यह मच्छर दिन के समय काटता है और 2-3 दिनों में लक्षण दिखने लगते हैं।
डेंगू के सामान्य लक्षण
तेज बुखार, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, आंखों के पीछे दर्द, थकान और रैशेज डेंगू के शुरुआती लक्षण होते हैं। सही समय पर इलाज जरूरी है।
क्या है हेमरेजिक फीवर (DHF)?
जब डेंगू बुखार गंभीर रूप ले लेता है और शरीर में ब्लीडिंग शुरू हो जाती है, तब इसे हेमरेजिक फीवर या डेंगू हेमरेजिक फीवर (DHF) कहा जाता है।
प्लेटलेट और WBC में गिरावट
DHF में प्लेटलेट काउंट और सफेद रक्त कोशिकाएं तेजी से घटती हैं। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है और ब्लीडिंग की संभावना बढ़ जाती है।
हेमरेजिक फीवर के लक्षण
तेज बुखार, नाक-मुंह से खून आना, उल्टी, दस्त, थकान, सांस लेने में दिक्कत और काला मल - ये हेमरेजिक फीवर के सामान्य लक्षण होते हैं।
जांच और पहचान
डॉक्टर ब्लड टेस्ट से प्लेटलेट काउंट और अन्य संकेतकों की जांच करते हैं। समय रहते पहचान होने पर मरीज की जान बचाई जा सकती है।
डेंगू से बचाव के उपाय
घर में साफ-सफाई रखें, पानी जमा न होने दें। कूलर और गमलों को साफ करें। फुल स्लीव्स कपड़े पहनें और मच्छरदानी या रिपेलेंट का इस्तेमाल करें।
अगर बुखार 4-5 दिन में ठीक न हो, ब्लीडिंग या सांस लेने में परेशानी हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। देरी खतरनाक हो सकती है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com