डेंगू बुखार ‘एडीज इजिप्टी मच्छर’ के काटने से फैलता है। इसमें तेज बुखार, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होता है। इसे ‘हड्डी तोड़ बुखार’ भी कहते हैं। समय पर इलाज न हो तो स्थिति गंभीर हो सकती है।
डॉक्टर से जानें
आपको बता दें कि डेंगू बुखार तीन तरह के हाेते हैं। तो चलिए जनरल फिजिशियन डॉक्टर एम.के.सिंह से डेंगू के प्रकार और इनके लक्षणाें के बारे में जानते हैं।
डेंगू बुखार के प्रकार
डेंगू बुखार तीन प्रकार का होता है- साधारण डेंगू बुखार, डेंगू हैमरेजिक बुखार और डेंगू शॉक सिंड्रोम। हर प्रकार के लक्षण और गंभीरता अलग होती है। सही पहचान और इलाज बेहद जरूरी है।
साधारण डेंगू बुखार
साधारण डेंगू सबसे कॉमन होता है। इसमें बुखार 5-7 दिन रहता है। मरीज घर पर भी ठीक हो सकता है। हेल्दी डाइट और आराम से रिकवरी होती है। कई मामलों में लक्षण बहुत हल्के भी होते हैं।
साधारण डेंगू के लक्षण
ठंड लगना, तेज बुखार, गले में दर्द, भूख न लगना, उल्टी, मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द और त्वचा पर रैशेज दिखते हैं। समय पर ध्यान देने से साधारण डेंगू आसानी से ठीक हो सकता है।
डेंगू हैमरेजिक बुखार
यह डेंगू का गंभीर रूप है। इसमें रक्तस्राव शुरू हो जाता है। नाक, मसूड़ों, उल्टी या शौच में खून आ सकता है। त्वचा पर नीले निशान भी बन सकते हैं। तुरंत मेडिकल सहायता जरूरी होती है।
डेंगू हैमरेजिक बुखार के लक्षण
तेज बुखार के साथ नाक व मसूड़ों से खून आना, उल्टी में खून आना और शरीर पर चकत्ते पड़ना इसके लक्षण हैं। समय पर इलाज न हो तो स्थिति जानलेवा हो सकती है।
डेंगू शॉक सिंड्रोम
डेंगू शॉक सिंड्रोम डेंगू का सबसे गंभीर रूप है। इसमें ब्लड प्रेशर गिर जाता है, होश चला जाता है और त्वचा नीली पड़ जाती है। नर्वस सिस्टम पर भी असर होता है। यह इमरजेंसी स्थिति होती है।
हेल्दी डाइट, साफ-सफाई और समय पर इलाज से डेंगू से बचाव संभव है। हेल्थ से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com