दांतों में कीड़े लगने के बारे में आपने भी सुना होगा। कई लोगों का मानना है कि मीठा खाने से दांतों में कीड़े लग जाते हैं। आइए सीनियर फिजिशियन डॉ समीर से जानते हैं क्या ऐसा सच में होता है?
दांतों में कैविटी कैसे बनती है?
मीठी चीजें खाने के बाद उनके छोटे कण दांतों में फंस जाते हैं। ये कण बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं, जिससे एसिड बनता है। यही एसिड इनेमल को कमजोर कर देता है और कैविटी बनती है।
ज्यादा नुकसान कब होता है?
अगर मीठा खाने के बाद सही तरीके से ब्रश या कुल्ला नहीं किया जाए, तो दांतों पर बैक्टीरिया जमा हो जाते हैं। समय के साथ यह दांतों को कमजोर कर देता है और दर्द बढ़ता है।
ओरल हाइजीन क्यों है जरूरी?
खराब ओरल हाइजीन से दांतों की सड़न, मसूड़ों की सूजन और सांस की दुर्गंध जैसी समस्याएं हो सकती हैं। यह न केवल दांतों बल्कि पूरे स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है।
दांतों को कैसे बचाएं?
मीठा खाने के बाद कुल्ला करना, ब्रश करना और फ्लॉस का इस्तेमाल करना जरूरी है। इससे बैक्टीरिया का असर कम होता है और दांत स्वस्थ बने रहते हैं।
ब्रश करने का सही तरीका
हर दिन कम से कम दो मिनट तक ब्रश करें। छोटे और कोमल स्ट्रोक का इस्तेमाल करें ताकि दांतों की दरारों में फंसे खाने के कण साफ हो सकें।
दातून का उपयोग करें
नीम और बबूल की दातून एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होती है। यह दांतों को मजबूती देने के साथ बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करती है और कैविटी से बचाती है।
मीठे का संतुलित सेवन करें
ज्यादा मीठा खाने से कैविटी होने की संभावना बढ़ जाती है। संतुलित मात्रा में मीठा खाने और सही सफाई करने से दांतों को सुरक्षित रखा जा सकता है।
मीठा खाने के बाद सही सफाई न करने से दांतों में कीड़े लग सकते हैं। सही ओरल हाइजीन अपनाकर, संतुलित आहार लेकर और नियमित ब्रश करके इस समस्या से बचा जा सकता है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com