इंसान का एक फेफड़ा बड़ा और दूसरा छोटा क्यों होता है?

By Deepak Kumar
03 Jun 2025, 20:00 IST

इंसान के दो फेफड़े होते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि एक फेफड़ा बड़ा और दूसरा छोटा क्यों होता है? दरअसल, शरीर की बनावट ही इसकी वजह है। तो आइए समझते हैं इस अनोखी संरचना के पीछे की वजहें।

फेफड़ों की भूमिका

फेफड़े सांस लेने में मदद करते हैं। ये शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड बाहर निकालते हैं। दोनों फेफड़े एक जैसे नहीं होते, क्योंकि शरीर की अंदरूनी संरचना थोड़ी असमान है।

दिल की स्थिति

इंसान का दिल छाती के बाईं ओर स्थित होता है। यही कारण है कि बाएं फेफड़े को थोड़ा छोटा बनना पड़ता है ताकि दिल को अपनी जगह मिल सके और वह सही कार्य कर सके।

दाएं फेफड़े की संरचना

दायां फेफड़ा तीन हिस्सों (lobes) में बंटा होता है। यह बड़ा और थोड़ा भारी होता है क्योंकि इसमें दिल के लिए कोई जगह छोड़नी नहीं पड़ती। यह ज्यादा ऑक्सीजन प्रोसेस करता है।

बाएं फेफड़े की बनावट

बायां फेफड़ा दो हिस्सों में बंटा होता है और उसमें ‘कार्डियक नॉच’ नाम की जगह होती है, जो दिल को फिट होने में मदद करती है। इस कारण यह आकार में छोटा होता है।

विकास की प्रक्रिया

जन्म से पहले ही शरीर अंगों को इस तरह विकसित करता है कि हर अंग को सही जगह मिले। फेफड़ों की असमानता भी शरीर के संतुलित विकास का हिस्सा है, जो जीवन के लिए जरूरी है।

क्या यह नुकसानदायक है?

दोनों फेफड़े भले ही आकार में अलग हों, लेकिन दोनों की कार्यक्षमता पूरी होती है। इस अंतर का शरीर की सेहत पर कोई बुरा असर नहीं पड़ता। दोनों मिलकर सांस प्रक्रिया को पूरा करते हैं।

शरीर का संतुलन

शरीर के अंदर दिल, फेफड़े, जिगर जैसे अंगों को संतुलन बनाकर रखना होता है। इसलिए कुछ अंगों का आकार बदलता है ताकि सभी अंगों को अपनी-अपनी जगह मिल सके और वे ठीक से काम करें।

इंसान का एक फेफड़ा बड़ा और दूसरा छोटा होना शरीर की रचना और संतुलन का हिस्सा है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com