Digital Detox मेंटल हेल्थ के लिए क्यों जरूरी है?

By Himadri Singh Hada
18 May 2025, 07:00 IST

आजकल हम हर वक्त मोबाइल, लैपटॉप या टीवी से चिपके रहते हैं, जिससे हमारा दिमाग थक जाता है और तनाव बढ़ने लगता है।

मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

लगातार स्क्रीन देखने से न केवल आंखें कमजोर होती हैं, बल्कि नींद भी सही से नहीं आती। यही सब मिलकर मानसिक स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे चिड़चिड़ापन और बेचैनी बढ़ती है।

डिप्रेशन की स्थिति

सोशल मीडिया पर दूसरों की जिंदगी देखकर खुद से तुलना करने लगते हैं, जिससे आत्मविश्वास कम होता है और डिप्रेशन जैसा महसूस होने लगता है।

डिजिटल डिटॉक्स

टेक्नोलॉजी से ब्रेक लेने से दिमाग को आराम मिलता है, सोचने-समझने की शक्ति बेहतर होती है। हम खुद को ज्यादा अच्छे से समझने लगते हैं, जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।

फोकस और एकाग्रता बढ़ना

लगातार नोटिफिकेशन और मैसेज के कारण मन भटका रहता है, जिससे फोकस और एकाग्रता कमजोर हो जाती है। लेकिन, डिजिटल डिटॉक्स से ध्यान केंद्रित करने की ताकत बढ़ती है।

तरोताजा महसूस करना

डिजिटल दुनिया में हर समय उपलब्ध रहने का दबाव भी मानसिक थकावट का बड़ा कारण बनता है, जबकि थोड़ी दूरी बनाकर हम खुद को फिर से तरोताजा महसूस कर सकते हैं।

रिश्ते मजबूत होना

परिवार और दोस्तों से बात करने का असली मजा तब आता है जब हम सामने बैठकर दिल से बात करें। लेकिन, स्क्रीन में उलझे रहने से यह कनेक्शन कमजोर हो जाता है, डिजिटल डिटॉक्स से रिश्ते फिर से मजबूत होते हैं।

दिमाग रहेगा स्वस्थ

बच्चों और बड़ों दोनों के लिए डिजिटल डिटॉक्स जरूरी है। यह आदतें धीरे-धीरे मानसिक विकास को प्रभावित करती हैं और समय रहते ब्रेक लेने से उनका दिमाग स्वस्थ और रचनात्मक बना रहता है।

डिजिटल डिटॉक्स के दौरान अगर हम प्रकृति के करीब जाएं या किताबें पढ़ें, तो इससे मानसिक शांति मिलती है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com