ठंड के मौसम में आपको हर समय नींद और सुस्ती की दिक्कत की समस्या का सामना करना पड़ता है। लेख में विस्तार से जानें ठंड में ज्यादा नींद क्यों आती है? साथ ही, जानें नींद भगाने के कुछ उपाय-
तापमान के कारण
सर्दी के मौसम में ठंडी हवाएं चलती हैं, जिनके कारण टेप्रेचर 2 से 3 डिग्री पहुंच जाता है। सोने के लिए 18 डिग्री सेल्सियस तापमान जरूरी होता है। लेकिन, ठंड में रूम टेप्रेचर कम हो जाता है।
मूड स्विंग
ठंड में कई लोगों को अवसाद महसूस होता है। ऐसे में उदासी और मूड स्विंग की दिक्कत होती है। इस समय 10 में से 8 लोग मूड स्विंग से परेशान रहते हैं। यह भी अधिक नींद की वजह हो सकता है।
ऑयली फूड
सर्दी के मौसम लोग ऑयली फूड खाना शुरू कर देते हैं। यह भोजन आसानी से पचता नहीं है और सुस्ती व नींद का कारण बनता है।
हार्मोनल चेंज
ठंड के मौसम में मेलाटोनिन हार्मोन लेवल बढ़ जाता है। मेलाटोनिन हार्मोन बढ़ना भी थकान के साथ ही अधिक नींद आने का कारण बनता है।
लो विटामिन डी
सर्दियों में धूप की कमी की वजह से आप विटामिन डी नहीं ले पाते हैं। इस वजह से भी थकान, कमजोरी और अधिक नींद की दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
एक्सरसाइज न करना
इनएक्टिव लाइफस्टाइल की वजह से भी आपको सारा दिन सुस्ती महसूस हो सकती है। इससे बचाव के लिए रोज 1 घंटे एक्सरसाइज जरूर करें।
ठंड में ज्यादा नींद आने के ये सभी कारण हो सकते हैं। सेहत से जुड़ी जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com