हम अपने शरीर में ऑक्सीजन दो तरीके से पहुंचाते हैं: नाक से और मुंह से। नाक से सांस लेना स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है, लेकिन कई बार हमें मुंह से सांस लेनी पड़ती है। ऐसे में आइए जानते हैं रात में सोते हुए मुंह से सांस लेना सही है यै नहीं।
मुंह से सांस लेने की वजह
जब हम एक्सरसाइज करते हैं या सांस फूल जाती है, तो हम मुंह से सांस लेने लगते हैं। इसका कारण ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत होती है।
मुंह से सांस लेने के नुकसान
बार-बार मुंह से सांस लेने से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। खासकर बच्चों में यह आदत चिंता का कारण बन सकती है।
हवा का फिल्टर न होना
मुंह से सांस लेते समय हमारे शरीर के अंदर जाने वाली हवा न तो फिल्टर होती है और न ही साफ। इससे हवा में मौजूद गंदगी सीधे फेफड़ों तक पहुंच सकती है।
ड्राई हवा का असर
नाक से सांस लेने पर हवा में नमी होती है, लेकिन मुंह से ली जाने वाली हवा बहुत ड्राई होती है, जिससे फेफड़ों में ड्राईनेस पैदा हो सकती है।
हवा का तापमान
नाक से सांस लेने पर हवा गर्म होकर शरीर में जाती है, जबकि मुंह से सांस लेने पर हवा बिना गर्म हुए फेफड़ों तक पहुंच जाती है, जिससे शरीर में ठंडक हो सकती है।
मुंह से सांस लेने के लक्षण
अगर आप मुंह से लगातार सांस लेते हैं, तो आपको ड्राई माउथ, खर्राटे, सांस से बदबू, थकान, और सिरदर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
सांस से जुड़ी समस्याएं
मुंह से सांस लेने से नींद में गड़बड़ी, डार्क सर्कल्स, और गर्दन में दर्द जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। यह आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।
नाक से सांस लेना आपके फेफड़ों को शुद्ध हवा देता है और आपको कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाता है। कोशिश करें कि नाक से ही सांस लें, ताकि आपका शरीर स्वस्थ रहे। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com