अच्छी नींद के लिए सही गद्दा जरूरी है। गलत गद्दे से कमर दर्द, अनिद्रा और तनाव बढ़ सकता है।
गद्दा कैसा होना चाहिए?
बहुत सख्त या बहुत मुलायम गद्दा नुकसानदायक हो सकता है। मध्यम-नरम गद्दे रीढ़ की हड्डी के लिए अच्छे होते हैं, खासकर अगर आप करवट लेकर सोते हैं।
सोने की पोजीशन के अनुसार
पीठ के बल सोने वालों को मध्यम-कठोर गद्दा चाहिए। करवट लेकर सोने वालों के लिए थोड़ा नरम गद्दा ठीक रहता है, जिससे कंधे और कमर को सहारा मिले।
पुराने गद्दे का असर
10 साल से ज्यादा पुराना गद्दा बैकपेन और एलर्जी बढ़ा सकता है। हर 7-10 साल में गद्दा बदलना चाहिए ताकि नींद की क्वालिटी बनी रहे।
मेमोरी फोम vs. स्प्रिंग गद्दा
मेमोरी फोम शरीर को अच्छे से सहारा देता है, जबकि स्प्रिंग गद्दे हवा पास होने देते हैं, जिससे ठंडक मिलती है। अपनी जरूरत के हिसाब से गद्दा चुनें।
गद्दे की सफाई और देखभाल
हर 6 महीने में गद्दे को धूप में रखें। वैक्यूम क्लीनर से सफाई करें और धूल-मिट्टी से बचाने के लिए गद्दे पर प्रोटेक्टर का इस्तेमाल करें।
तकिए और गद्दे का तालमेल
सही तकिया भी गद्दे जितना ही जरूरी है। सिर और गर्दन को सही सपोर्ट देने वाला तकिया चुनें, जिससे रीढ़ की हड्डी सीधी रहे।
गर्मियों और सर्दियों में गद्दे का असर
गर्मियों में कूल जेल फोम या कॉटन गद्दे आरामदायक होते हैं, जबकि सर्दियों में मेमोरी फोम गर्मी बनाए रखता है और आरामदायक होता है।
सही गद्दे से नींद अच्छी आती है, तनाव कम होता है और शरीर की थकान मिटती है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com