आजकल सोशल मीडिया पर कई तरह की डाइट और फास्टिंग ट्रेंड में रहती हैं। इन्हीं में से एक वॉटर फास्टिंग है। यहां सवाल यह उठता है कि क्या आप वॉटर फास्टिंग के बारे में जानते हैं?
वॉटर फास्टिंग क्या है?
आरोग्य हेल्थ सेंटर के क्लीनिकल डाइटिशियन डॉ वीडी त्रिपाठी के मुताबिक, वॉटर फास्टिंग एक तरह का व्रत है, जिसमें इंसान सिर्फ पानी पिता है। इस व्रत में पानी के अलावा कोई और चीज खाई या पी नहीं जाती है।
वॉटर फास्टिंग करना सही है या गलत?
वॉटर फास्टिंग एक बहुत ही मुश्किल फास्ट है। यह शरीर के लिए फायदेमंद है, लेकिन इस फास्टिंग के कुछ नुकसान भी हैं। यही कारण है कि आपको डॉक्टर की सलाह लिए बिना वॉटर फास्टिंग नहीं करनी चाहिए।
वॉटर फास्टिंग के फायदे
वॉटर फास्टिंग शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होती है। इस व्रत को रखने से वजन घटाने में मदद मिलती है। इसके साथ ही, हेल्थ में सुधार होता है, शरीर डिटॉक्स होता है और मन भी शांत रहता है। आइए अब इस फास्टिंग से होने वाले नुकसानों के बारे में जानते हैं-
पोषण की हो जाती है कमी
अगर आप लंबे समय तक वॉटर फास्टिंग करते हैं, तो शरीर में पोषक-तत्वों की कमी हो सकती है। दरअसल, इस फास्ट में पानी पिया जाता है और खाना नहीं खाते हैं, जिससे शरीर को पोषण नहीं मिलता है।
शरीर में कमजोरी आती है
जैसा हमने आपको बताया कि वॉटर फास्टिंग के दौरान शरीर को पर्याप्त पोषण प्राप्त नहीं होता है। ऐसे में बॉडी को सुचारू रूप से चलाने के लिए ऊर्जा चाहिए होती है, जिसके लिए फैट का इस्तेमाल होता है। ऐसे में व्यक्ति को कमजोरी और थकान की समस्या हो सकती है।
सिरदर्द की समस्या होती है
वॉटर फास्टिंग के कारण कमजोरी और अन्य समस्याओं के चलते चक्कर आने लगते हैं। इसक् साथ ही, लोगों को सिरदर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
वॉटर फास्टिंग शरीर के लिए अच्छी और बुरी दोनों हो सकती है। स्वास्थ्य से जुड़ी तमाम जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com