एचएस-सीआरपी एक तरह का ब्लड टेस्ट है। जिससे शरीर की सूजन और स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं का पता चलता है। आइए एक्सपर्ट से जानें -
एक्सपर्ट की राय
डाइटिशियन मनप्रीत कालरा के अनुसार, 'एचएस-सीआरपी एक तरह का सेंसिटिव मार्कर है, जो लिवर और शरीर के अन्य हिस्सों में सूजन को डिटेक्ट करता है। शरीर में सूजन के कई लक्षण दिखाई देते हैं।'
क्या है एचएस-सीआरपी?
एचएस-सीआरपी एक तरह का ब्लड टेस्ट है, यह ब्लड में C-रिएक्टिव प्रोटीन (CRP) की मात्रा और सूजन के स्तर को मापता है। सूजन के कारण लिवर द्वारा CRP का उत्पादन किया जाता है।
क्यों जरूरी है एचएस-सीआरपी?
इसके द्वारा हार्ट से जुड़ी रोग, शरीर में सूजन की स्थिति, अर्थराइटिस और मधुमेह जैसी बीमारियों को पता लगाया जा सकता है। यह सिस्टमिक सूजन को डिटेक्ट करता है।
खांसी होना
कई बार लोगों को अधिक खांसी होने की समस्या होती है। ऐसा श्वसन नली में सूजन आने और अस्थमा जैसी समस्या के कारण हो सकता है।
थकान होना
लगातार थकान बनी रहना सिस्टमिक सूजन का एक लक्षण है। यह गठिया जैसी समस्याओं में भी दिखाई देते हैं।
जोड़ों में दर्द होना
शरीर में सूजन होने पर लोगों को कई बार जोड़ों में दर्द और सूजन जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। ऐसा ऑटोइम्यून डिजीज के कारण हो सकता है।
बुखार होना
कई बार शरीर में सूजन आने पर बुखार होने, स्किन में खुजली और रैशेज जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। ये शरीर की सूजन के संकेत हैं।
एचएस-सीआरपी से शरीर में सूजन और स्वास्थ्य से जुड़ी बीमारियों का पता लगाने में मदद मिलती है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com