उम्र बढ़ने के साथ-साथ महिलाओं की एग क्वालिटी भी खराब होने लगती है। वहीं, कुछ महिलाएं करियर या निजी पसंद के चलते लेट प्रेगनेंसी प्लान करती हैं। ऐसी स्थिति में आप अपने एग्स को फ्रीज करवा सकती हैं।
क्या है एग फ्रीजिंग?
एग फ्रीजिंग ऐसा प्रोसेस है, जिसके जरिए ओवरीज से मैच्योर एग्स को निकालकर फ्रीज किया जाता है। इस तकनीक की मदद से महिलाओं को लेट प्रेगनेंसी या इंफर्टिलिटी जैसी समस्याओं में फायदा मिल सकता है।
क्यों कराना चाहिए?
महिलाओं की ओवरीज में अंडे बार-बार या दोबारा नहीं बनते हैं। वहीं, महिलाएं पीरियड्स के वक्त या ओवुलेशन के लिए लगभग 1 अंडा हर महीने खो देती हैं। इसलिए उम्र बढ़ने के साथ-साथ एग काउंट भी कम होने लगता है।
कैसे होती है एग फ्रीजिंग?
एग फ्रीजिंग को डॉक्टर की सलाह और देख-रेख में कराना चाहिए। इस प्रोसेस में हार्मोनल इंजेक्शन की मदद से महिलाओं के अंडों को पहले परिपक्व यानी मैच्योर बनाया जाता है। फिर इन्हें फ्रीज किया जाता है।
किसे करानी चाहिए?
महिलाएं जो जल्द प्रेगनेंसी नहीं चाहती या किसी भी कारणवश देर से प्रेगनेंसी चाहती हैं उन्हें एग फ्रीजिंग करानी चाहिए। वहीं, कैंसर और इंफर्टिलिटी जैसी कुछ समस्याओं में भी ये प्रक्रिया फायदेमंद हो सकती है।
एग फ्रीजिंग के फायदे
<li>हेल्दी प्रेगनेंसी</li> <li>बांझपन करें दूर</li> <li>लेट और सेफ प्रेगनेंसी</li>
एग फ्रीजिंग की उम्र क्या है?
अगर आप एग फ्रीजिंग करवाने की सोच रही हैं तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें। वहीं, 22 से 32 की उम्र में अंडों को फ्रीज करवाना महिलाओं के लिए बेहतर साबित हो सकता है।
लेट और सेफ प्रेगनेंसी चाहती हैं तो एग्स को फ्रीज करा सकती हैं। स्वास्थ्य से जुड़ी और तमाम जानकारियों के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com