आंतों में मल चिपकने पर क्या होता है?

By Lakshita Negi
27 Feb 2025, 16:00 IST

डाइजेस्टिव सिस्टम का सही तरीके से काम करना हमारी हेल्थ के लिए बहुत जरूरी होता है। लेकिन जब मल आंतों में फंस जाता है, तो यह कई हेल्थ प्रॉब्लम्स को पैदा करता है। अगर लंबे टाइम तक आंते साफ न हों, तो शरीर में टॉक्सिन्स जमा होने लगते हैं। आइए जानें आंतों में मल फसने से किन बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है और इससे कैसे बचना चाहिए।

कब्ज और पेट दर्द की दिक्कत

मल के आंतों पर चिपकने से कब्ज और पेट दर्द की दिक्कत हो सकती है। पेट में दर्द, भारीपन और असहज महसूस होती है और मल कठोर हो जाता है। जिससे मल त्यागने में दर्द होने लगती है।

पेट में सूजन और भारीपन

आंतों में मल फंसने से गैस की दिक्कत होने लगती है, जिससे पेट फूल जाता है, जिससे पेट में ऐंठन और दिक्कत होती है। इस दिक्कत के बढ़ने पर बैठने और चलने में भी दिक्कत होती है।

एसिडिटी और अपच की दिक्कत

आंतो की अच्छे से सफाई न होने से खाना सही तरीके से नहीं पचता है, जिससे एसिडिटी और अपच की दिक्कत हो जाती है। पेट में जलन, खट्टी डकार और सीने में दर्द भी बढ़ सकता है।

शरीर में टॉक्सिन जमने से दिक्कत

गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट और हेपेटोलॉजिस्ट डॉक्टर जी हर्षवर्धन रेड्डी जी ने बताया, मल का सही टाइम पर बाहर न निकलना शरीर के लिए खतरनाक हो सकता है। मल में मौजूद टॉक्सिन्स शरीर में फैलने लगते हैं, जिससे सिरदर्द, थकान और स्किन प्रॉब्लम्स हो सकती हैं।

बवासीर और एनल फिशर का कारण

टाइट मल को बाहर निकालने के लिए बहुत जोर लगाने से मलद्वार में चोट लग सकती है, जिससे बवासीर और एनल फिशर जैसी प्रॉब्लम्स हो सकती हैं। इसमें खून, जलन और तेज दर्द हो सकता है।

पेट में इंफेक्शन और सूजन

लंबे टाइम तक आंतों में मल जमा होने से बैक्टीरिया होने लगते हैं, जिससे पेट में इंफेक्शन हो सकता है। इस दिक्कत से गंभीर परेशानी भी हो सकती है, जिसमें डॉक्टर का जरूरत पड़ सकती है।

आंतों की काम करने की क्षमता पर असर

मल बार-बार आंतों में फंसता रहे, तो कुछ टाइम में उनकी काम करने की क्षमता कमजोर होने लगती है। इससे इर्रिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (IBS) की दिक्कत का खतरा भी हो सकता है।

आंतों को हेल्दी रखने के लिए हेल्दी खाना खाएं जिसमें फाइबर भरपूर हो और खूब पानी पिएं। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com