छींक रोकने से क्या नुकसान होता है?

By Aditya Bharat
19 Apr 2025, 21:00 IST

Journal of Medical Research में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार, छींक को दबाना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। यह हमारी सेहत पर कई नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। आइए जानते हैं ऐसा करने के नुकसान के बारे में।

छींक क्या है?

चीजों को हमारे शरीर से बाहर निकालने का तरीका छींक है। जब हमारे नथुनों में कोई गंदगी या बैक्टीरिया होता है, तो छींक आना स्वाभाविक है।

छींक रोकने से क्या होता है?

जब हम छींक को रोकते हैं, तो शरीर में दबाव बढ़ जाता है। इससे नाक, कान, और गले में दिक्कत हो सकती है।

सिर दर्द का कारण

छींक रोकने से सिर में तेज दर्द हो सकता है। यह सिर में दबाव पैदा करता है जो बाद में हैडेक्स का कारण बनता है।

कानों में समस्या

छींक रोकने से कानों में भी दबाव बढ़ सकता है। इससे कान में दर्द, इंफेक्शन और सुनने में दिक्कत हो सकती है।

सांस लेने में परेशानी

श्वसन नलिका में दबाव बढ़ने से श्वसन संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। इससे 'पल्मोनरी इन्फेक्शन' भी हो सकता है।

साइनस इंफेक्शन का खतरा

छींक रोकने से साइनस में गंदगी फंसी रहती है, जिससे साइनस इंफेक्शन हो सकता है। यह ज्यादातर तकलीफदायक हो सकता है।

ब्लड वेसेल्स प्रभावित हो सकती हैं

जब हम छींक को दबाते हैं, तो ब्लड वेसेल्स टूट सकती हैं। इससे चेहरे पर लाल धब्बे या चोटो का होना संभव है।

अगर छींक आ रही हो तो उसे प्राकृतिक रूप से छोड़ने देना चाहिए। शरीर को आराम देना जरूरी है ताकि कोई स्वास्थ्य समस्या न हो। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com