कानों की सफाई से सुनने की क्षमता बनी रहती है। लेकिन, जरूरत से ज्यादा सफाई नुकसानदायक हो सकती है।
एक्सपर्ट की राय
इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
नैचुरल ईयरवैक्स
कान में नैचुरल ईयरवैक्स मौजूद होता है, जो कान को नमी प्रदान करता है और धूल-मिट्टी व बैक्टीरिया से सुरक्षा देता है।
कान साफ करने के नुकसान
ज्यादा बार कान साफ करने से नैचुरल वैक्स खत्म हो जाता है, जिससे कान ज्यादा ड्राय हो जाते हैं और उनमें खुजली या संक्रमण हो सकता है।
कॉटन बड्स का ज्यादा इस्तेमाल
कॉटन बड्स का ज्यादा उपयोग करने से ईयरवैक्स अंदर धकेल दिया जाता है, जिससे कानों के छिद्र बंद हो सकते हैं और सुनने में परेशानी आ सकती है।
सुनने में दिक्कत होना
अगर कान में खुजली, दर्द, सीटी बजने की आवाज या सुनाई देने में दिक्कत हो रही है, तो यह ज्यादा ईयरवैक्स जमा होने का संकेत हो सकता है।
ईयरड्रॉप्स का इस्तेमाल
कान की सफाई के लिए डॉक्टर द्वारा बताई गई ईयरड्रॉप्स का इस्तेमाल करें और कान के बाहरी हिस्से को हल्के हाथों से साफ करें।
इनर ईयर इंफेक्शन
जरूरत से ज्यादा कान साफ करने से बैक्टीरिया और धूल कान के अंदर पहुंच सकते हैं, जिससे इनर ईयर इंफेक्शन और सुनने की समस्या हो सकती है।
ईएनटी एक्सपर्ट से सलाह लें
अगर कान से बदबूदार डिस्चार्ज आ रहा है, दर्द हो रहा है या सुनाई देना कम हो गया है, तो तुरंत ईएनटी एक्सपर्ट से संपर्क करना चाहिए।
नुकीली चीजों के इस्तेमाल से बचें
कानों की सफाई के लिए कभी भी नुकीली चीजें, हेयरपिन या माचिस की तिली का इस्तेमाल न करें। इससे कान का पर्दा फटने का खतरा हो सकता है।
हफ्ते में एक या दो बार कानों की सफाई करें। लेकिन, अगर बार-बार सफाई की जरूरत पड़ रही है, तो यह किसी बीमारी का संकेत हो सकता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com