अक्सर आम बुखार या बीमारी में एंटी-बायोटिक्स को खाना सही माना जाता है। एंटी-बायोटिक्स बैक्टीरिया से लड़ने वाली दवा होती है। लेकिन इसका शरीर पर गलत असर भी हो सकता है। आइए डॉ. समीर जी से जानें एंटी-बायोटिक खाने के क्या नुकसान होते हैं।
पाचन तंत्र पर असर
एंटी-बायोटिक दवा गुड बैक्टीरिया को खत्म कर देते हैं। इससे पेट में गैस, डायरिया, अपच और भूख न लगने की दिक्कत हो सकती है।
इम्यून सिस्टम में कमजोरी
बार-बार एंटी-बायोटिक्स लेने से शरीर की सेल्फ ताकत कम हो जाती है। इससे मामूली बीमारियां भी बार-बार होने लगती है।
एलर्जी का खतरा
कई लोगों को एंटी-बायोटिक खाने से एलर्जी हो सकती है। इससे स्किन पर चकत्ते, खुजली, सूजन व सांस लेने में दिक्कत भी हो सकती है।
लिवर और किडनी पर प्रेशर
ज्यादा और लंबे टाइम तक एंटी-बायोटिक खाने से लिवर और किडनी पर असर पड़ सकता है। ये अंग शरीर से दवा को बाहर निकालने में थक जाते हैं।
दवाओं का असर कम होना
अगर बिना जरूरत के एंटी-बायोटिक ली जाए, तो बैक्टीरिया इसके खिलाफ ताकतवर हो जाते हैं। इससे आगे दवा का असर कम होता है और बीमारी बढ़ जाती है।
बच्चों और बुजुर्गों के लिए
कमजोर इम्यूनिटी वाले बच्चों और बूढ़ों पर एंटी-बायोटिक का गलत असर जल्दी होता है। इन्हें बिना डॉक्टर की सलाह के लेना खतरनाक हो सकता है।
फायदे के बदले नुकसान
अक्सर लोग आम सर्दी खांसी में भी एंटी-बायोटिक ले लेते हैं। इससे बीमारी ठीक होने के बजाए नई समस्याएं पैदा हो सकती हैं और शरीर पर बुरा असर पड़ता है।
एंटी-बायोटिक्स को बिना डॉक्टर की सलाह लिए न खाएं। इससे आपकी हेल्थ पर खराब असर हो सकता है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com