बालों को उतनी ही देखभाल की जरूरत होती है जितनी स्किन को, लेकिन आजकल की बिजी लाइफ और धूप, पॉल्यूशन के कारण लोगों के बाल खराब हो सकते हैं और बालों की क्वालिटी खराब हो सकती है। इससे बाल कमजोर और रूखे होने लगते हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि किन कारणों की वजह से हेयर थिनिंग होती है।
बालों में पोषण की कमी
बालों को हेल्दी रखने के लिए सही न्यूट्रिशन मिलना बहुत जरूरी है। बालों में आयरन, बायोटिन, विटामिन D और प्रोटीन की कमी से भी वे कमजोर होकर पतले होने लगते हैं।
स्ट्रेस से हेयर फॉल
स्ट्रेस का सीधा असर बालों पर पड़ता है। बहुत स्ट्रेस लेने से शरीर में हार्मोनल डिसबैलेंस होता है, जिससे बाल तेजी से झड़ने लगते हैं और पतले हो जाते हैं।
हार्मोनल डिसबैलेंस से हेयर फॉल
थायरॉयड, पीसीओएस और अन्य हार्मोनल प्रॉब्लम्स के कारण भी बालों का झड़ना और पतला होना बढ़ सकता है। यह दिक्कत ज्यादातर महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलती है।
हेयर में केमिकल्स का इस्तेमाल
हेयर डाई, स्ट्रेटनिंग, हीट ट्रीटमेंट और केमिकल शैंपू का इस्तेमाल बालों में करने से बालों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं। जिससे बाल झड़ते है और पतले होने लगते हैं।
हेयर फॉल की दिक्कत
बहुत ज्यादा हेयर फॉल के कारण भी बालों की डेंसिटी कम होने लगती है और स्कैल्प में गंजापन दिखने लगता है। बाल कई कारणों से झड़ सकते है।
गलत डाइट से बालों पर असर
जंक फूड, कम पानी पीना, इर्रेगुलर स्लीप टाइम और एक्सरसाइज की कमी से भी बाल खराब होते है। जिससे बालों की क्वालिटी खराब होती है और बाल झड़ने लगते हैं।
बालों पर हेल्थ प्रॉब्लम्स और दवा का असर
कुछ बीमारियां जैसे एनीमिया, डायबिटीज और कुछ खास दवाओं का असर भी बालों को पतला कर सकता है। दवा के साइड इफेक्ट से भी हेयर थिनिंग हो सकती है।
बालों को पतला होने से बचाने के लिए डाइट का ध्यान रखें और लाइफस्टाइल में बदलाव लाएं। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com.