नींद न आने के हैं ये 6 कारण, जानें बचाव के उपाय

By Himadri Singh Hada
21 Jan 2025, 19:00 IST

नींद की कमी एक गंभीर समस्या है, जो शरीर और दिमाग दोनों पर असर डालती है। इसके कारण व्यक्ति की एकाग्रता, मानसिक स्थिति और शारीरिक स्वास्थ्य प्रभावित होते हैं।

नींद की कमी के कारण

नींद की कमी के प्रमुख कारणों में स्लीप एपनिया, अनिद्रा, सामाजिक दबाव, शराब और कैफीन का सेवन, और अनहेल्दी लाइफस्टाइल शामिल हैं। यह सभी कारण नींद को प्रभावित कर सकते हैं।

स्लीप एपनिया

स्लीप एपनिया में व्यक्ति को सोते समय सांस लेने में समस्या होती है, जिससे नींद बार-बार टूटती है। यह समस्या गंभीर हो सकती है और उपचार की जरूरत होती है।

नींद में खलल का कारण

तापमान, खर्राटों या सोने की जगह के आसपास की परिस्थितियां भी नींद की गुणवत्ता को प्रभावित करती हैं। गर्म या ठंडे वातावरण में सोने से नींद में खलल पड़ सकता है।

सामाजिक कारणों का नींद पर प्रभाव

कई बार सामाजिक कारणों, जैसे- जल्दी ऑफिस या स्कूल जाना या किसी कार्यक्रम में भाग लेना, व्यक्ति की नींद को प्रभावित करता है। यह नींद की कमी का कारण बनता है।

शराब या कैफीन का सेवन

सोने से पहले शराब या कैफीन का सेवन नींद में रुकावट डालता है। यह उत्तेजना बढ़ाता है, जिससे व्यक्ति को गहरी नींद आने में परेशानी होती है।

अनिद्रा की समस्या

अनिद्रा की समस्या नींद की कमी का मुख्य कारण बन सकती है। यह स्थिति शरीर और मन को पूरी तरह से आराम करने से रोकती है, जिससे व्यक्ति थका हुआ महसूस करता है।

बीमारी के कारण नींद न आना

जुकाम, सर्दी और फ्लू जैसी बीमारियां भी नींद में खलल डालती हैं। इन बीमारियों के कारण सांस लेने में दिक्कत होती है, जो नींद को प्रभावित करती है।

स्लीपिंग पैटर्न है जरूरी

नींद की कमी से बचने के लिए एक नियमित स्लीपिंग पैटर्न बनाना चाहिए। सोने और जागने का समय निश्चित करने से नींद की समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है।

नींद में सुधार के लिए हेल्दी डाइट भी जरूरी है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com