बाल झड़ना इन दिनों आम समस्या बन चुकी है। हर रोज 70-100 बाल झड़ना सामान्य है, लेकिन ज्यादा बाल झड़ना चिंता का विषय है। आइए न्यूट्रिशनिस्ट निधि काकर से जानते हैं बाल झड़ना किस बीमारी का इशारा होता है?
थायराइड और बालों का झड़ना
थायराइड के कारण महिलाओं में बाल झड़ने की समस्या बढ़ रही है। यह शरीर के हार्मोनल असंतुलन की वजह से बालों को कमजोर करता है।
फंगल इंफेक्शन
फंगल इंफेक्शन की वजह से स्कैल्प पर त्वचा निकलने लगती है। इससे बाल झड़ने की समस्या हो सकती है। डॉक्टर से सलाह लें।
टाइफाइड और बालों का झड़ना
टाइफाइड की वजह से शरीर में पानी और खाने के जरिए बैक्टीरिया प्रवेश करता है। यह लंबे समय तक शरीर में रहने पर बालों को प्रभावित करता है।
लूपुस रोग
लूपुस एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है। इसके कारण ब्लड सर्कुलेशन में कमी होती है, जिससे सिर के बाल झड़ने लगते हैं।
डिप्रेशन और बालों का झड़ना
डिप्रेशन की वजह से मानसिक तनाव बढ़ता है, जिससे बाल तेजी से झड़ने लगते हैं। स्ट्रेस और चिंता इस प्रक्रिया को तेज करते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर
हाई ब्लड प्रेशर से शरीर में रक्त संचार पर असर पड़ता है। यह बालों के झड़ने को बढ़ावा देता है। उपचार से इस समस्या को रोका जा सकता है।
एनॉरेक्सिया और बुलिमिया
एनॉरेक्सिया और बुलिमिया जैसी बीमारियां पोषण की कमी पैदा करती हैं, जिससे बालों का झड़ना बढ़ सकता है।
बीमारियों के हल्के लक्षणों को नजरअंदाज न करें। सही समय पर इलाज से बालों के झड़ने की समस्या को कम किया जा सकता है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com