आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग माइग्रेन जैसी समस्याओं का शिकार हो रहे हैं। बढ़ते तनाव और बदलती जीवनशैली के कारण माइग्रेन के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है। यह सिरदर्द किसी भी व्यक्ति को हो सकता है, चाहे वह पुरुष हो या महिला। ऐसे में आइए सीनियर फिजिशियन डॉक्टर विनोद कुमार से जानते हैं क्या पुरुषों में माइग्रेन के लक्षण महिलाओं से अलग होते हैं?
माइग्रेन क्या है?
माइग्रेन एक न्यूरोलॉजिकल समस्या है, जिसमें सिर में गंभीर दर्द होता है। यह दर्द आमतौर पर एक ओर सिर में महसूस होता है और इसके साथ ही नर्वस सिस्टम में भी असर होता है।
पुरुषों और महिलाओं में माइग्रेन
माइग्रेन के कारण पुरुषों और महिलाओं में थोड़े बहुत फर्क हो सकते हैं। हालांकि, ज्यादातर कारण समान होते हैं, लेकिन लक्षण और ट्रिगर पॉइंट्स में अंतर देखा जा सकता है।
तनाव और जीवनशैली
पुरुषों में माइग्रेन का कारण अक्सर तनाव हो सकता है। काम का दबाव, मानसिक और शारीरिक थकान माइग्रेन को बढ़ावा दे सकती है। इसके अलावा, कुछ खाने की चीजें और अल्कोहल भी माइग्रेन का कारण बन सकते हैं।
हार्मोन
महिलाओं में हार्मोनल उतार-चढ़ाव के कारण माइग्रेन का खतरा बढ़ जाता है। पीरियड्स के दौरान एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के बदलाव माइग्रेन को ट्रिगर कर सकते हैं। हालांकि, पुरुषों में भी हार्मोनल बदलाव माइग्रेन को बढ़ा सकते हैं।
आनुवंशिक कारण
माइग्रेन आनुवंशिक भी हो सकता है। अगर परिवार में किसी को माइग्रेन की समस्या रही हो, तो यह जीन के माध्यम से अगली पीढ़ी में भी जा सकता है, चाहे वह पुरुष हो या महिला।
न्यूरोलॉजिकल अंतर
पुरुषों और महिलाओं के दिमाग में बहुत अंतर होता है, जो माइग्रेन को प्रभावित कर सकता है। दिमाग के कुछ हिस्सों में बदलाव और न्यूरोट्रांसमीटर के लेवल में अंतर माइग्रेन को और बढ़ा सकती है।
माइग्रेन का इलाज
माइग्रेन के इलाज के लिए सबसे पहले इसके ट्रिगर को पहचानना जरूरी है। योग और एक्सरसाइज भी मदद कर सकते हैं।
माइग्रेन से बचने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव जरूरी है। तनाव कम करने के लिए योग करना, नियमित एक्सरसाइज करना और सही आहार लेना माइग्रेन को कंट्रोल करने में मदद करता है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com