पैरासिटामोल से लिवर हो सकता है खराब, जानें सही डोज

By Aditya Bharat
10 Mar 2025, 12:30 IST

बुखार, सिरदर्द या बदन दर्द होने पर अक्सर लोग बिना सोचे-समझे पेरासिटामोल की गोली खा लेते हैं। यह एक आम दर्द निवारक दवा है, लेकिन इसका ज्यादा इस्तेमाल लिवर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। आइए लिवर ट्रांसप्लांट एक्सपर्ट डॉ. हर्ष कपूर से जानते हैं एक दिन में कितनी पेरासिटामोल खाना सुरक्षित है।

रिसर्च से हुआ चौंकाने वाला खुलासा

स्कॉटलैंड के एडिनबर्ग विश्वविद्यालय में पेरासिटामोल पर एक रिसर्च की गई, जिसमें यह सामने आया कि ज्यादा मात्रा में इस दवा का सेवन लिवर को नुकसान पहुंचा सकता है। रिसर्च में चूहों पर किए गए परीक्षण में देखा गया कि ज्यादा डोज लेने से उनके लिवर की सेल्स प्रभावित हुईं, जिससे उनकी कार्यक्षमता पर बुरा असर पड़ा।

लिवर को नुकसान कैसे पहुंचाता है?

पेरासिटामोल खुद लिवर को नुकसान नहीं पहुंचाता, लेकिन इसके टूटने से बनने वाला तत्व NAPQI लिवर की सेल्स को कमजोर कर सकता है। यह तत्व लिवर की कार्यक्षमता को बाधित करता है और शरीर के डिटॉक्सिफिकेशन सिस्टम को प्रभावित कर सकता है। अगर शरीर में इस तत्व की मात्रा बढ़ जाए, तो लिवर डैमेज और ऑर्गन फेलियर का खतरा भी बढ़ जाता है।

कमजोर लिवर वालों के लिए ज्यादा खतरनाक

जिन लोगों का लिवर पहले से ही कमजोर है या जो पहले से लिवर की किसी बीमारी से जूझ रहे हैं, उनके लिए पेरासिटामोल का छोटा डोज भी नुकसानदायक हो सकता है। लिवर कमजोर होने पर शरीर इस दवा को सही से नहीं तोड़ पाता, जिससे यह शरीर में जमा होकर गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है।

ज्यादा पेरासिटामोल खाने के नुकसान

अगर कोई व्यक्ति लंबे समय तक जरूरत से ज्यादा पेरासिटामोल लेता है, तो उसे थकान, कमजोरी, सांस लेने में दिक्कत, होंठ और उंगलियों के नीला पड़ने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट प्रॉब्लम और स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है।

किन समस्याओं में ली जाती है पेरासिटामोल?

अक्सर पेरासिटामोल का इस्तेमाल सिरदर्द, बदन दर्द, मासिक धर्म में दर्द, मांसपेशियों के तनाव और सर्दी-जुकाम में होने वाले दर्द से राहत पाने के लिए किया जाता है। यह एक प्रभावी दवा है, लेकिन इसे जरूरत से ज्यादा लेने पर यह फायदे से ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती है।

सुरक्षित मात्रा कितनी होनी चाहिए?

डॉक्टरों के अनुसार, बिना डॉक्टरी सलाह के 24 घंटे में 8 से ज्यादा टैबलेट नहीं लेनी चाहिए। अगर जरूरत से ज्यादा पेरासिटामोल ली जाती है, तो शरीर पर इसका बुरा असर पड़ सकता है। उल्टी, दस्त, पेट में दर्द या किसी भी असामान्य लक्षण के दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

किन्हें पेरासिटामोल से बचना चाहिए?

अगर किसी व्यक्ति को पहले से लिवर की बीमारी, पीलिया या किडनी से जुड़ी कोई समस्या है, तो उसे पेरासिटामोल का सेवन करने से बचना चाहिए। ऐसे लोगों के लिए पेरासिटामोल के छोटे डोज भी खतरनाक साबित हो सकते हैं और उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकते हैं।

पेरासिटामोल एक असरदार दवा है, लेकिन इसका सही और सीमित मात्रा में ही इस्तेमाल करना जरूरी है। जरूरत से ज्यादा लेने से लिवर को गंभीर नुकसान हो सकता है, इसलिए किसी भी दवा का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना ही सबसे सही तरीका है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com