आज के डिजिटल युग में स्मार्टफोन का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है। इसके ज्यादा इस्तेमाल के कई नेगेटिव इफेक्ट्स सामने आ रहे हैं, खासकर मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर।
स्टडी के मुताबिक
प्लोस वन नामक ओपन एक्सेस जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी ने यह साबित किया है कि रोजाना 4 घंटे या उससे ज्यादा समय तक स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने से मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
मेंटल हेल्थ पर प्रभाव
इस स्टडी में यह पाया गया कि लंबे समय तक स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने से चिंता, डिप्रेशन और तनाव बढ़ सकता है। आइए जानते हैं कि स्मार्टफोन का इस्तेमाल किस प्रकार से हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है।
सोशल मीडिया का असर
जो लोग स्मार्टफोन का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, वे सोशल मीडिया पर ज्यादा सक्रिय रहते हैं। इसकी वजह से वे अपनी वास्तविक जिंदगी के मुकाबले दूसरों की जिंदगी को लेकर तुलना करने लगते हैं। यह तुलना चिंता और डिप्रेशन का कारण बन सकता है।
मानसिक समस्याएं
रोजाना 4 घंटे से ज्यादा स्मार्टफोन चलाने से मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है, जिससे नींद, आंखों और मस्कुलोस्केलेटन डिसऑर्डर जैसी समस्याएं होती हैं।
एंग्जाइटी होना
स्मार्टफोन का ज्यादा इस्तेमाल सिर दर्द, स्ट्रेस, एंग्जाइटी और डिप्रेशन जैसी मानसिक समस्याओं को जन्म देता है, जो व्यक्ति की मानसिक स्थिति को प्रभावित करती हैं।
नींद पर प्रभाव
नींद की कमी और चिड़चिड़ापन जैसी दिक्कतें स्मार्टफोन के ज्यादा इस्तेमाल के कारण होती है। इससे दिनचर्या में असंतुलन आता है और मानसिक स्थिति पर नकारात्मक असर पड़ता है।
कैसे कम करें?
स्मार्टफोन के इस्तेमाल को कम करने के लिए रात को सोते समय फोन को खुद से दूर रखना चाहिए, ताकि नींद में कोई बाधा न आए। इससे मानसिक स्थिति बेहतर रहती है।
नोटिफिकेशन बंद करें
फोन की नोटिफिकेशनों को बंद करने से आप स्मार्टफोन के इस्तेमाल को कंट्रोल कर सकते हैं, जिससे समय की बर्बादी कम होती है। इससे दिमाग पर प्रेशर भी नहीं रहेगा।
इस तरह स्मार्टफोन का ज्यादा इस्तेमाल मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर नेगेटिव प्रभाव डाल सकता है, लेकिन, इसका इस्तेमाल जरूरत के समय करने से इसके दुष्प्रभावों को कम किया जा सकता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com