स्मोकिंग करने से स्पर्म पर क्या असर पड़ता है?

By Aditya Bharat
02 Apr 2025, 10:30 IST

क्या आप जानते हैं कि स्मोकिंग और खान-पान आपकी स्पर्म हेल्थ पर गहरा असर डालते हैं? हाल ही में हुई रिसर्च बताती है कि स्मोकिंग और अंडों की मात्रा का सही संतुलन फर्टिलिटी पर असर डाल सकता है।

रिसर्च क्या कहती है?

नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) और हार्वर्ड मेडिकल स्कूल की स्टडीज के अनुसार, स्मोकिंग स्पर्म क्वालिटी को कम कर सकती है, जबकि सही डाइट इसे बेहतर बना सकती है।

स्मोकिंग और स्पर्म हेल्थ

स्मोकिंग से स्पर्म काउंट कम हो सकता है और उनका आकार और गतिशीलता भी प्रभावित हो सकती है। सिगरेट में मौजूद निकोटीन और टॉक्सिन्स स्पर्म को कमजोर कर देते हैं।

डीएनए डैमेज का खतरा

स्मोकिंग करने से स्पर्म के डीएनए को नुकसान हो सकता है, जिससे फर्टिलिटी कम होती है। यह नुकसान बच्चे के स्वास्थ्य पर भी असर डाल सकता है।

अंडे और टेस्टोस्टेरोन

अंडे में प्रोटीन, विटामिन B12 और ओमेगा-3 फैटी एसिड होते हैं, जो टेस्टोस्टेरोन लेवल को बढ़ाने और स्पर्म हेल्थ को सुधारने में मदद करते हैं।

अंडे से स्पर्म क्वालिटी कैसे सुधरती है?

अंडों में मौजूद एंटी-ऑक्सिडेंट स्पर्म को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाते हैं, जिससे उनका मूवमेंट और स्ट्रक्चर बेहतर होता है।

बैलेंस बनाना क्यों जरूरी है?

अगर आप स्मोकिंग करते हैं और साथ में हेल्दी डाइट नहीं लेते, तो फर्टिलिटी पर बुरा असर पड़ सकता है। स्मोकिंग छोड़कर सही डाइट अपनाने से सुधार हो सकता है।

हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं

नियमित एक्सरसाइज, सही डाइट और स्मोकिंग से दूरी बनाकर आप अपनी स्पर्म हेल्थ को बेहतर बना सकते हैं। अंडों के साथ हरी सब्जियां और नट्स भी शामिल करें।

स्मोकिंग से दूरी और न्यूट्रिशन से भरपूर डाइट अपनाकर आप अपनी फर्टिलिटी और संतान से जुड़ी समस्याओं से बच सकते हैं। सही फैसला लें और अपनी हेल्थ का ध्यान रखें। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com