नॉन-स्टिक बर्तन से कौन सी बीमारियां हो सकती हैं?

By Aditya Bharat
16 Apr 2025, 12:00 IST

नॉन-स्टिक बर्तन आजकल हर घर में इस्तेमाल होते हैं। ये बर्तन खाना पकाने को आसान बनाते हैं, लेकिन इनका इस्तेमाल सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। आइए ओर्थोपेडिक सर्जन डॉ मनन वोरा से जानते हैं नॉन स्टिक बर्तन में खाना बनाने से कौन सी बीमारियां हो सकती हैं?

नॉन-स्टिक कोटिंग और सेहत

नॉन-स्टिक बर्तन में एक कोटिंग होती है जो खाने को चिपकने से बचाती है। लेकिन, यह कोटिंग गर्म होने पर खतरनाक रासायनिक तत्व छोड़ सकती है।

केमिकल प्रभाव

नॉन-स्टिक बर्तन की कोटिंग में PFOA और PTFE जैसे केमिकल होते हैं। जब ये गर्म होते हैं, तो ये आपके शरीर में जाकर बीमारिया पैदा कर सकते हैं।

हार्मोनल डिसरप्शन

नॉन-स्टिक बर्तन का इस्तेमाल करने से हार्मोन पर बुरा असर पड़ता है। ये रासायनिक तत्व एंडोक्राइन सिस्टम को प्रभावित करते हैं, जिससे हार्मोनल असंतुलन हो सकता है।

कैंसर का जोखिम

नॉन-स्टिक बर्तन में उपयोग होने वाले केमिकल कैंसर का जोखिम बढ़ाते हैं। अगर कोटिंग उखड़ जाए, तो ये रासायनिक तत्व खाने के साथ शरीर में चले जाते हैं।

सांस लेने ने परेशानी

जब नॉन-स्टिक बर्तन ज्यादा गर्म हो जाते हैं, तो वे हानिकारक गैसें छोड़ते हैं। इन गैसों से आपको सांस लेने में परेशानी हो सकती है, जो फेफड़ों की समस्याओं का कारण बन सकती है।

वजन बढ़ने का जोखिम

नॉन-स्टिक बर्तन में बनाए गए खाने में छिपी हुई कैलोरी हो सकती हैं। ये रासायनिक तत्व मेटाबोलिज्म को धीमा कर देते हैं, जिससे वजन बढ़ने का कारण बन सकता है।

बच्चों की सेहत पर असर

नॉन-स्टिक बर्तन का इस्तेमाल बच्चों के लिए और भी खतरनाक है। ये रासायनिक तत्व उनकी वृद्धि और विकास को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकते हैं।

अगर आपको सेहत से जुड़ी समस्याओं से बचना है, तो नॉन-स्टिक बर्तन के बजाय स्टेनलेस स्टील या कास्ट आयरन बर्तन का इस्तेमाल करें। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com